Giridih News :धूमधाम से मना भाई-बहन का त्योहार भैया-दूज

Giridih News : भाई-बहन के प्यार का प्रतीक भैया दूज का पर्व गुरुवार को धूमधाम से संपन्न हुआ. बहनों ने भाइयों के माथे पर तिलक लगाने के उपरांत उनका मुंह मीठा कर भगवान से उनकी दीर्घायु की कामना की. भाइयों ने भी बहनों को यथाशक्ति उपहार दिया.

By PRADEEP KUMAR | October 23, 2025 9:31 PM

इस दौरान गुरुवार को शहर से पूरे प्रखंड क्षेत्र में विशेष चहल-पहल देखी गयी. वहीं इस पर्व को लेकर बच्चे भी खासे उत्साहित दिखे. मान्यता है कि यम देवता ने अपनी बहन यमी (यमुना) को इसी दिन दर्शन दिया था, जो बहुत समय से उससे मिलने के लिए व्याकुल थीं. अपने घर भाई यम के आगमन पर यमुना ने स्वागत किया. यम ने प्रसन्न होकर वरदान दिया कि यमुना नदी में इस दिन भाई बहन स्नान करें तो इसका बड़ा पुण्य होगा. यम ने उसी दिन यह भी वचन दिया कि सभी भाई अपनी बहनों के घर जाकर उन्हें स्नेह संदेश देंगे और बहन भाई की दीर्घायु की कामना करेंगे. ग्रामीण समाज में आज भी बड़े बुजुर्ग अपनी बहन के घर कुछ न कुछ संदेश उपहार लेकर जाते हैं. बहनें उनके हाथों में पिठार (चावल का लेप) लगाकर पान सुपारी मुद्रा आदि देकर उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं.

डुमरी में पारंपरिक रूप से मनाया गया भाई-दूज

डुमरी. प्रखंड में गुरुवार को भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व भाई-दूज पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ धूमधाम से मनाया गया. बहनों ने इस अवसर पर अपने भाइयों के प्रति प्रेम और आस्था व्यक्त करते हुए उनकी लंबी आयु, सुख और समृद्धि की कामना की. सुबह से ही घर-आंगन में उत्सव का माहौल देखा गया. बहनों ने शुभ मुहूर्त में यम और यमुनी की पूजा की. इसके बाद भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर आरती उतारी और मिठाइयां खिलाकर आशीर्वाद लिया. बहनों ने भाइयों से सदैव सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलेंगे तथा परिवार की मर्यादा बनाये रखने का वचन लिया. परंपरा के अनुसार कई स्थानों पर बहनों ने पूजा के दौरान अपनी जीभ में बबूल का कांटा चुभोकर अपने मन, वचन या व्यवहार से जाने-अनजाने में भाइयों को कहे गए अपशब्दों का प्रायश्चित किया. गांव-गांव में दिनभर उल्लास का वातावरण रहा. घरों में विशेष पकवान बनाये गये और बहनों ने भाइयों को स्नेहपूर्वक भोजन कराया. वहीं, भाइयों ने भी बहनों को उपहार देकर अपना स्नेह दिखाया.

झारखंडधाम में चित्रगुप्त पूजा व भाई दूज की धूम

झारखंडधाम. झारखंडधाम क्षेत्र भगवान चित्रगुप्त की पूजा की गई. वहीं, बहनों ने अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना को लेकर भाई दूज का व्रत किया. धुरैता, पोबी, झारखंडधाम, करिहारी, मानिकबाद समेत अन्य कायस्थ बहुल गांवों में समाज ने पूरे भक्ति भाव से भगवान चित्रगुप्त की पूजा की. वहीं, भाई दूज को लेकर भी क्षेत्र में उल्लास का माहौल रहा.

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