छात्राओं अभद्रता पर शिक्षक के वेतन पर रोक
छात्राओं अभद्रता पर शिक्षक के वेतन पर रोक
प्रतिनिधि, मझिआंव मझिआंव प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मोरबे में शुक्रवार को एक सहायक शिक्षक पर छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार और अशोभनीय टिप्पणियां करने के गंभीर आरोप लगाते हुए अभिभावकों और ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. कक्षा 8, 9 और 10 की कई छात्राओं द्वारा लगाये गये आरोपों के बाद सुबह करीब 11.30 बजे मझिआंव–सुंडीपुर सड़क को ग्रामीणों ने लकड़ी और टायर रखकर लगभग एक घंटे तक जाम कर दिया. अभिभावकों का कहना था कि आरोपी शिक्षक न केवल छात्राओं के साथ बदसलूकी करते हैं, बल्कि विद्यालय में वंदे मातरम गाने पर भी रोक लगाते हैं. अभिभावक मनोज कुमार, ओम प्रकाश गुप्ता, संजय गुप्ता, राकेश कुमार, राजू प्रसाद सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने कहा कि उक्त शिक्षक छात्राओं से अभद्र बातें करते हैं, गलत तरीके से पूछताछ करते हैं और आपत्तिजनक व्यवहार करते हैं. प्रखंड शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी (बीपीएम) संतोष दुबे ने बताया कि मौके पर पहुंचकर अभिभावकों, छात्रों, ग्रामीणों और विद्यालय प्रबंधन समिति से पूछताछ में शिक्षक के खिलाफ लगे आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये. इसके बाद नियम के अनुसार शिक्षक का वेतनमान रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि आवेदन और वरीय अधिकारियों के निर्देश के आधार पर विस्तृत जांच कर आगे की कार्रवाई की जायेगी. बीपीएम ने माना कि छात्राओं द्वारा बतायी गयी बातें शिक्षक के अमानवीय व्यवहार को दर्शाती हैं और यह किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने इसे शिक्षक के लिए अंतिम चेतावनी बताते हुए अन्य शिक्षकों को भी सावधान रहने का निर्देश दिया. विधायक ने दिया कार्रवाई का आश्वासन कुछ अभिभावक स्थानीय विधायक नरेश प्रसाद सिंह के आवास भी पहुंचे. विधायक ने फोन पर ग्रामीणों की शिकायतें सुनकर कार्रवाई का आश्वासन दिया. घटना की जानकारी मिलते ही एएसआइ रणवीर प्रसाद पुलिस बल के साथ विद्यालय पहुंचे. साथ ही बीडीओ कनक के निर्देश पर ग्राम रोजगार सेवक अशोक शर्मा भी मौके पर पहुंचे. बाद में पंचायत मुखिया प्रतिनिधि ललन प्रसाद सिंह, बीडीसी प्रतिनिधि मोहन राम और वीरेंद्र कुमार रवि ने लोगों को समझाकर जाम हटवाया. इसके बाद ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी और थाना प्रभारी को आवेदन सौंपा. छात्राओं ने बतायी आपबीती कक्षा 8 से 10 की कुछ छात्राओं ने बताया कि शिक्षक उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और धर्म को लेकर भी टिप्पणी करते हैं. छात्राओं का कहना है कि शिक्षक हिंदी पढ़ाते-पढ़ाते विज्ञान के विषय में तरह-तरह की अनुचित बातें बताने लगते हैं, जिससे पढ़ाई बाधित होती है. कई छात्र और छात्राओं ने इन आरोपों की पुष्टि की है. प्रबंधन समिति व अन्य शिक्षकों ने भी शिक्षक को गलत बताया विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार ने भी स्वीकार किया कि उक्त शिक्षक के खिलाफ शिकायतें पहले भी मिलती रही हैं. कुछ शिक्षकों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि शिक्षक दिनेश राम पूछताछ का तरीका गलत अपनाते हैं और उनकी कार्यशैली ठीक नहीं है. ग्रामीण दस दिन पहले भी शिकायत लेकर आये थे, तब उन्हें समझाया गया था.
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