पुरुष नसबंदी बिल्कुल सुरक्षित, नहीं लगता है टांका व चीरा: सिविल सर्जन
पुरुष नसबंदी अभियान का हुआ शुभारंभ, सीएस ने जागरूकता रथ किया रवाना
पुरुष नसबंदी अभियान का हुआ शुभारंभ, सीएस ने जागरूकता रथ किया रवाना प्रतिनिधि, गढ़वा जिला स्वास्थ्य समिति गढ़वा की ओर से पुरुष नसबंदी अभियान 2025 की शुरुआत गुरुवार को की गयी. सदर अस्पताल परिसर में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ जान एफ केनेडी व डीपीएम गौरव कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इसके बाद जागरूकता रथ भी रवाना किया गया. मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि पुरुष नसबंदी बिल्कुल सुरक्षित है. इसमें टांका और चीरा नहीं लगता है. सिर्फ 10 मिनट में यह सफल नसबंदी होता है. उन्होंने कहा कि जिले में सिर्फ महिलाएं ही बंध्याकरण कराती हैं. यह समाज के लिए काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. पुरुषों को भ्रांतियों से बाहर निकलकर खुद भी नसबंदी कराने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पुरुष नसबंदी में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं होती है और न ही कमजोरी होती है. उन्होंने अनुरोध किया कि पुरुष बढ़-चढ़कर कर नसबंदी करायें. उन्होंने कहा कि पुरुषों में जागरूकता की कमी है. नसबंदी कराने से लोगों का परिवार पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. उन्होंने कहा कि इस बार जिले में 302 नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है. पुरुषों को नसबंदी कराने में मिलेगी प्रोत्साहन राशि सिविल सर्जन ने कहा कि पुरुष नसबंदी के बाद 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि भी दी जायेगी. डीपीएम गौरव कुमार ने कहा कि आज से इस अभियान की शुरुआत हो चुकी है. सदर अस्पताल के साथ-साथ हर स्वास्थ्य केंद्र में इच्छुक लोग नसबंदी करा सकते हैं. उन्होंने कहा कि महिला बंध्याकरण की जगह पुरुषों को नसबंदी कराने की जरूरत है. क्योंकि महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी में काफी कम पीड़ा होती है. उन्होंने कहा कि बेहतर परिवार बनाने के लिए एक बच्चे से दूसरे बच्चे के बीच का अंतराल अधिक रखें. ऐसे में परिवार एवं बच्चे दोनों सुरक्षित रहते हैं. मौके पर डॉ जियाउल हक, डॉ सुशील कुमार रमण, सुनील मणि त्रिपाठी, प्रधान सहायक हुमायूं कबीर, लिपिक विमलेश कुमार, लैब टेक्नीशियन सुबोध कुमार सिंह सहित कई अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.
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