गढ़वा में हेल्थ प्रोफेशनल का जुटान आज

स्वास्थ्य व्यवस्था में पारदर्शिता लाने की डीसी की अनूठी पहल

By Akarsh Aniket | December 3, 2025 9:06 PM

स्वास्थ्य व्यवस्था में पारदर्शिता लाने की डीसी की अनूठी पहल प्रतिनिधि, गढ़वा जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में व्याप्त भ्रांतियों, अनियमितताओं और अवैध प्रैक्टिस पर रोक लगाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने एक अनूठी पहल की है. उपायुक्त दिनेश यादव के निर्देश पर गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित टाउन हॉल में सभी स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए विशेष जागरूकता बैठक हेल्थ प्रोफेशनल का जुटान आयोजित की जायेगी. कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू होगा. सिविल सर्जन डॉ जान एफ केनेडी ने बुधवार को बताया कि संभवतः यह पहली बार है जब गढ़वा में स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी स्तर के पेशेवरों का इतना व्यापक जुटान हो रहा है. उन्होंने कहा कि गलत इलाज या समय पर उचित उपचार नहीं मिलने के कारण कई बार दुर्भाग्यपूर्ण मौतें सामने आती हैं. इस स्थिति को जड़ से खत्म करने के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना आवश्यक है, जिसे ध्यान में रखते हुए यह आयोजन किया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ जान एफ केनेडी ने बताया कि जिले में क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीकृत निजी अस्पतालों और क्लिनिकों की संख्या 145 है. इसके साथ ही रजिस्टर्ड अल्ट्रासाउंड केंद्रों की संख्या 35 है. इन 35 केंद्रों में एक अल्ट्रासाउंड केंद्र सदर अस्पताल में स्थित है. एक निजी केंद्र ऐसा है जहां इकोकार्डियोग्राफी की सुविधा उपलब्ध है. शेष 33 केंद्र निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र हैं. नियम व कानूनी प्रावधानों की दी जायेगी जानकारी सिविल सर्जन ने बताया कि इस ‘हेल्थ पाठशाला’ का मुख्य उद्देश्य सभी स्वास्थ्यकर्मियों को यह स्पष्ट रूप से बताना है कि किसकी क्या पात्रता है और कौन किस तरह का इलाज कर सकता है. इसके साथ ही सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड, नियम और कानूनी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी भी दी जायेगी. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में केवल पंजीकृत डॉक्टर ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी लोग यहां तक कि झोला छाप माने जाने वाले उपचारकर्ता भी शामिल हो सकते हैं. उद्देश्य सभी को कानूनी जानकारी देकर गलत या अवैध प्रैक्टिस पर रोक लगाना है. इसके अलावा जिले के अल्ट्रासाउंड केंद्रों, पैथोलॉजी लैबों और जांच घरों से जुड़े लोगों को भी आमंत्रित किया गया है ताकि वे अपने कार्यों से संबंधित सरकारी दिशानिर्देशों का सही पालन सुनिश्चित कर सकें. सिविल सर्जन ने कहा कि उपायुक्त दिनेश यादव की पहल पर आयोजित यह बैठक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और व्यवस्थित बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. इस दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक गौरव कुमार भी उपस्थित थे. प्रश्नोत्तरी सत्र का होगा आयोजन सिविल सर्जन ने बताया कि कार्यशाला के दौरान एक विशेष प्रश्नोत्तरी सत्र भी आयोजित किया जायेगा. इस सत्र में स्वास्थ्य प्रोफेशनल और अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालक नियमों और प्रक्रियाओं से संबंधित अपने सवाल पूछ सकेंगे. पूछे गये प्रश्नों का जवाब उपायुक्त व सिविल सर्जन द्वारा दिया जायेगा.

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