East Singhbhum News : भवन हैंडओवर के 15 साल बाद भी नहीं शुरू हुआ सीएचसी
धालभूमगढ़ : विधायक सोमेश सोरेन की पहल से खुलने की उम्मीद जगी, विभागीय उदासीनता के कारण उद्घाटन से पहले खंडहर बना भवन
धालभूमगढ़.
विधायक सोमेश चंद्र सोरेन की पहल से लगभग 15 वर्षों से बनकर तैयार नरसिंहगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चालू होने की उम्मीद जगी है. इससे एक बड़ी आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेगी. विभागीय उपेक्षा के कारण करोड़ों की लागत से निर्मित सीएचसी भवन उद्घाटन से पहले ही बदहाल स्थिति में पहुंच गया है. बीते दिनों विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपकर नरसिंहगढ़ सीएचसी को अविलंब चालू करने की मांग की है.2009-10 में तीन करोड़ से बना था सीएचसी भवन
नरसिंहगढ़ में वर्ष 2009-10 में लगभग तीन करोड़ की लागत से निर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अपने भवन में अभी तक चालू नहीं ही पाया है. विभागीय उदासीनता के कारण उद्घाटन से पहले ही भवन खंडहर बन गया है. इस कारण प्रखंड की करीब 62 हजार आबादी बेहतर स्वास्थ्य सेवा से वंचित है. नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों ने कई बार आश्वासन दिया, पर आज तक भवन में चिकित्सा सेवा चालू नहीं हो सकी. सीएचसी भवन का निर्माण वर्ष 2009-10 में लगभग तीन करोड़ की लागत से किया गया था. वर्ष 2013 में इसे सिविल सर्जन को हैंडओवर किया गया. इतने साल तक भवन बंद रहने के कारण चोरों ने पंखे चुरा लिए, दरवाजे और खिड़कियों को उखाड़ कर ले गये. खिड़कियों में लगाये गये कांच टूट गये. पाइप लाइन, बेसिन, बिजली के बोर्ड तक लोग उखाड़ कर ले गये. यह भवन लोगों के शौच करने का स्थान बनकर रह गया. लंबे समय से यूं ही पड़े रहने के कारण चारों और झाड़ियां उग आयीं.
विधायक रहते रामदास ने विधानसभा में किया था प्रश्न
विधायक रामदास सोरेन ने जिला स्तरीय दिशा की बैठक में इस मामले को उठाया था. कोई पहल नहीं हुई, तो उन्होंने विधानसभा में इस मामले को उठाया. इसके बाद एक जांच कमेटी ने 2021 में जांच कर सरकार को रिपोर्ट दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
