Dhanbad News: बिराजपुर में कलश स्थापना के साथ पूजा शुरू
Dhanbad News: यहां जो लोग मनोकामना मांगते हैं वे मनेकामना पूरी होने के बाद मां की प्रतिमा में लगने वाले खर्च का वहन स्वयं करते हैं. पूजा समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि फिलहाल यहां अपने खर्च से मूर्ति बनाने वालों की लंबी लिस्ट है. मूर्ति देने के लिए वेटिंग चल रही है.
गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र के बिराजपुर में प्रथम दिन कलश स्थापन के साथ मां की मूर्ति दुर्गा मंदिर में स्थापित कर पूजा-पाठ शुरू हो गया. पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा आचार्य उपेंद्र पांडेय ने विधि-विधान से करायी. यहां पुराने रीति-रिवाज से वैष्णवी पूजा की जाती है. पूजा शुरू होते ही पूरा इलाका मां के जयकारे से गूंज उठा. सैकडों महिला व पुरुषों ने प्रथम दिन सोमवार को मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की. यहां जो लोग मनोकामना मांगते हैं वे मनेकामना पूरी होने के बाद मां की प्रतिमा में लगने वाले खर्च का वहन स्वयं करते हैं. पूजा समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि फिलहाल यहां अपने खर्च से मूर्ति बनाने वालों की लंबी लिस्ट है. मूर्ति देने के लिए वेटिंग चल रही है.
मेले में जुटती है भारी भीड़
यहां का बासी विजया (दसवीं के दूसरे दिन) का मेला बरवाअड्डा क्षेत्र में प्रसिद्ध है. बासी विजया का मेला देखने मधुगोडा, मंझलाडीह, कटाहीटांड, बिराजपुर, दामुमुडा, छाताटांड, मोरपहाड़, सोनरीया, बरमसिया, मिश्रडीह, यादवपुर, तिलैया, मरिचो, पलमा, खरनी, चुटियारो, गोरगा, राधानगर, सपनपुर, धरमपुर, छोटा जमुआ समेत दर्जनों गांवों के हजारों लोग बिराजपुर आते हैं. रोजाना प्रसाद का वितरण होता. रात में विभिन्न गांवों के कीर्तन मंडलियों की और से रोजाना भजन, कीर्तन किया जाता है.
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