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धनबाद : कुसुम बेन ने लिखे 77 लाख राम नाम, श्री राम लला को करेंगी अर्पित

कुसुम बेन बताती हैं श्रीराम प्रभु हमारे इष्ट देव हैं. उनके चरणों में मेरी आस्था, भक्ति, जीवन समर्पित है. जब तक सांस है प्रभु राम नाम का लेखन चलता रहेगा. मेरी दिनचर्या में सबसे अहम काम प्रभु राम का नाम लेखन है.

धनबाद : कोयलांचल मेमको मोड़ स्थित द कासा में रहनेवाली बुजुर्ग कुसुम बेन बजानिया (72 वर्ष) ने श्री राम की भक्ति में नया अध्याय लिख डाला है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या के श्रीराम मंदिर के हक में फैसला आने पर नौ नवंबर 2019 को 51 लाख राम नाम लिखने का संकल्प लिया था. तब से अब तक वह 618 श्री राम नाम लेखन पुस्तिका में कुल 76 लाख 52 हजार, आठ सौ राम नाम लिख चुकी हैं. वह प्रतिदिन लगभग पांच हजार राम नाम लिख लेती हैं. वह यह पुस्तिकाएं अयोध्या में श्री राम लला के चरणों में अर्पित करेंगी.

प्रभु श्रीराम हैं इष्ट देव

कुसुम बेन बताती हैं श्रीराम प्रभु हमारे इष्ट देव हैं. उनके चरणों में मेरी आस्था, भक्ति, जीवन समर्पित है. जब तक सांस है प्रभु राम नाम का लेखन चलता रहेगा. मेरी दिनचर्या में सबसे अहम काम प्रभु राम का नाम लेखन है. मेरे प्रभु राम मुझे इतनी शक्ति दें कि उनकी भक्ति से कभी मन विमुख न हो.

22 को घर में जलायेंगी 51 दीप

उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन घर में रंगोली बनाने के साथ दिन भर भजन कीर्तन चलता रहेगा. शाम को 51 दीये जलायेंगी. इनके परिवार में चार पीढ़ी एक साथ रहती है. पति महेश बजानिया, बड़ा बेटा नितेश बजानिया, बहू ममता, इनका बेटा चिराग, पत्नी मानसी, बेटा पार्थ छोटा बेटा विकास बजानिया, पत्नी दीप्ति, बेटा जय व दीप, तीन बेटियां हैं माधवी, पुनीता व अश्विना. सभी अपने पारिवारिक जीवन में खुश हैं.

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