Dhanbad News : असर्फी अस्पताल को मिला झारखंड का पहला मल्टी-ऑर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट
असर्फी अस्पताल धनबाद और ग्लेनीगल्स हॉस्पिटल, चेन्नई के बीच हुआ एमओयू
असर्फी अस्पताल ने ग्लेनीगल्स हॉस्पिटल चेन्नई के साथ एक एमओयू किया है. इसके तहत झारखंड का पहला संपूर्ण अंग प्रत्यारोपण केंद्र (मल्टी-ऑर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट) असर्फी अस्पताल में स्थापित किया जा रहा है. यहां हृदय, फेफड़े, किडनी, लीवर और बोन मैरो जैसे जटिल अंगों के प्रत्यारोपण की विश्वस्तरीय सेवाएं दी जायेगी. उक्त जानकारी सोमवार को असर्फी अस्पताल में अस्पताल के सीइओ हरेंद्र सिंह और ग्लेनीगल्स हॉस्पिटल के क्लस्टर सीइओ डॉ नागेश्वर राव ने दिया. इस दौरान दोनों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किये गये. मौके पर अस्पताल के अध्यक्ष शुभांशु रॉय, प्रबंध निदेशक उदय प्रताप सिंह, ग्लेनीगल्स हॉस्पिटल के एजीएम-बिजनेस डेवलपमेंट सी गीत आनंद और मैनेजर बिजनेस डेवलपमेंट अंकुर सिन्हा भी उपस्थित थे.
धनबाद के मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर :
अस्पताल के सीइओ हरेंद्र सिंह ने बताया कि इस साझेदारी उन हजारों मरीजों को राहत मिलेगी, जिन्हें अब तक अंग प्रत्यारोपण के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता या चेन्नई जैसे महानगरों में जाना पड़ता था. अब उन्हें वही सेवाएं अपने राज्य, अपने शहर धनबाद में मिल सकेंगी. असर्फी हॉस्पिटल राज्य सरकार की मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना से सूचीबद्ध है. इसके तहत मरीजों को 15 से 25 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता मिलेगी. इस परियोजना से जुड़ी विशेषज्ञ डॉ ग्लेनीगल्स हॉस्पिटल, चेन्नई से आयेंगी. इन्होंने भारत में पहला लीवर और फेफड़ा प्रत्यारोपण कर कीर्तिमान स्थापित किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
