डायवर्सन को तैयार लगेंगे पांच साल

धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पूर्व मध्य रेल के जीएम डीके गायेन ने कहा धनबाद : ‘अग्नि प्रभावित धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन के डायवर्सन पर रेलवे सहमत है. इस दिशा में रेलवे ने काम करना शुरू कर दिया है. डायवर्सन में पांच साल या उससे ज्यादा का समय लग सकता है.’ यह बातें पूर्व मध्य रेल के जीएम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 5, 2017 9:10 AM

धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन

पूर्व मध्य रेल के जीएम डीके गायेन ने कहा

धनबाद : ‘अग्नि प्रभावित धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन के डायवर्सन पर रेलवे सहमत है. इस दिशा में रेलवे ने काम करना शुरू कर दिया है. डायवर्सन में पांच साल या उससे ज्यादा का समय लग सकता है.’ यह बातें पूर्व मध्य रेल के जीएम डीके गायेन ने कही. मंगलवार को धनबाद पहुंचे श्री गायेन ने कहा कि ‘डायवर्सन में कई तरह के कार्य करने होंगे. भूमि अधिग्रहण से लेकर नयी रेल लाइन बिछाने में काफी समय लगेगा. इस दौरान यात्रियों की सुरक्षा में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जायेगी. जब तक डायवर्सन नहीं होता है, तब तक ट्रेनें इसी मार्ग से चलेंगी और लगातार इसकी मॉनिटरिंग होगी. अचानक गड़बड़ी होने पर मार्ग बदला जायेगा.’ मौके पर डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी मौजूद थे.

पो्पींीजीएमएस, सीएमपीडीआइएल, आइएसएम, सिंफर के एक्सपर्ट का अंतिम मंतव्य दे चुके हैं कि धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन के डायवर्सन के अलावा कोई उपाय नहीं है. रेल लाइन के नीचे भूमिगत आग काफी फैल चुकी है. भारत में कोई ऐसी तकनीक विकसित नहीं हुई है कि इस लाइन को बिना डायवर्सन के बचाया जा सके.

24 मार्च, 2017 : डीजीएमएस के महानिदेशक पीके सरकार की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक हुई. बैठक में तय हुआ कि डीजीएमएस धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन के डायवर्सन के लिए जल्द ही कोयला मंत्रालय की हाई पावर कमेटी को अपना अनुशंसा पत्र भेजेगा.

13 फरवरी, 2017 : नयी दिल्ली में कोयला सचिव सुशील कुमार की अध्यक्षता में हाई पावर सेंट्रल कमेटी की हुई बैठक में रेल लाइन का निरीक्षण करने और डीजीएमएस के डीजी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर पूरे मामले ( रेल लाइन के भूमिगत आग के बारे में अद्यतन जानकारी संबधी) की रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया था. इसी आलोक में निरीक्षण भी हुआ था. इससे पहले इस रेल लाइन पर उत्पन्न खतरा को लेकर जेआरडीए ने रेल मंत्रालय की एजेंसी राइट्स से भी सर्वे कराया था. राइट्स ने भी अपनी रिपोर्ट में उस रेल लाइन के नीचे खतरा होने की बात कही थी.

बॉक्स-2

3026 करोड़ रुपये होंगे खर्च

धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन समेत कोयलांचल के अग्नि एवं भू-धंसान प्रभावित इलाकों की 200 किलोमीटर रेल लाइन डायवर्ट होंगी. रेल लाइनों के डायवर्सन एवं डबलिंग पर 3026 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. रेलवे लाइन इस्ट सेंट्रल रेलवे तथा साउथ इस्टर्न रेलवे से संबंधित है. इस प्रोजेक्ट का फिजिबिलिटी प्लान राइट्स ने तैयार किया है.

" 3026 करोड़ होंगे खर्च

धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन समेत कोयलांचल के अग्नि एवं भू-धंसान प्रभावित इलाकों की 200 किलोमीटर रेल लाइन डायवर्ट होंगी. रेल लाइनों के डायवर्सन एवं डबलिंग पर 3026 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. रेलवे लाइन इस्ट सेंट्रल रेलवे तथा साउथ इस्टर्न रेलवे से संबंधित है. इस प्रोजेक्ट का फिजिबिलिटी प्लान राइट्स ने तैयार किया है.

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