Good News: झारखंड में रांची, जमशेदपुर के बाद देवघर में खुलेगा मौसम विज्ञान केंद्र, लगेगा डॉप्लर वेदर रडार, DC से मांगी जमीन

Meteorological Centre: झारखंड के देवघर जिले में संताल परगना का मौसम विज्ञान केंद्र खुलेगा. यहां डॉप्लर वेदर रडार लगाया जाएगा. मौसम विभाग केंद्र खोलने के लिए देवघर डीसी से जमीन मांगी गयी है. रांची और जमशेदपुर के बाद तीसरा मौसम विज्ञान केंद्र देवघर में खुलेगा. डॉप्लर वेदर रडार को देवघर में लगाने से पूरे राज्य में मौसम आपदा की निगरानी की जा सकेगी.

By Guru Swarup Mishra | April 26, 2025 9:14 PM

Meteorological Centre: देवघर, अमरनाथ पोद्दार-भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन मौसम विभाग झारखंड के देवघर में मौसम विज्ञान केंद्र खोलेगा. रांची और जमशेदपुर के बाद झारखंड का तीसरा मौसम विज्ञान केंद्र देवघर में खुलेगा. मंत्रालय के निर्देश पर रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख बाबूराज पीपी ने देवघर डीसी से मौसम विभाग केंद्र खोलने के लिए जमीन मांगी है. देवघर का यह मौसम विज्ञान केंद्र संताल परगना का मुख्यालय होगा.

लगेगा डॉप्लर वेदर रडार


भारत सरकार ने मौसम के प्रति सजग रहने के साथ-साथ जलवायु स्मार्ट भारत बनाने के लिए मिशन मौसम की मंजूरी दी है. केंद्र प्रमुख ने डीसी से कहा है कि कृषि, सिंचाई, एयरक्रॉफ्ट आदि संवेदनशील मौसम गतिविधियों का पूर्वानुमान के लिए डॉप्लर वेदर रडार लगाया जाना है. इस रडार के जरिए धूलभरी आंधी, गर्जन, बिजली कड़कने, भारी बारिश, ओला, बर्फ, चक्रवात, ठंड और गर्मी का पूर्वानुमान लगाया जाएगा. इससे आम लोगों को समय पर मौसम संबंधी जानकारी दी जा सकेगी. उन्होंने कहा है कि संताल परगना में आकाशीय बिजली व थंडरस्टॉर्म की निरंतर निगरानी व चेतावनी के लिए डॉप्लर वेदर रडार लगाने की आवश्यकता है.

मौसम आपदा की होगी निगरानी


केंद्र सरकार के मिशन मौसम के तहत राज्य उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में डॉप्लर वेदर रडार लगाया जाना बहुत आवश्यक है. इस रडार को देवघर में लगाने से पूरे राज्य में मौसम आपदा की निगरानी की जा सकेगी. केंद्र प्रमुख ने जिला प्रशासन से भूमि सुरक्षित कैंपस के साथ मांगी है, जिसमें मौसम विभाग से जुड़ी मशीनें भी रहेंगी.

क्या है डॉप्लर वेदर रडार?


डॉप्लर वेदर रडार एक विशेष प्रकार का रडार है, जो डॉप्लर प्रभाव का उपयोग कर मौसम की जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है. इसका उपयोग कर हवा की गति और दिशा, वर्षा की तीव्रता और तूफान के केंद्र का पता लगाया जा सकता है. इस रडार से मौसम के पूर्वानुमान में मदद मिलती है.

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