बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर निकली रैली
शहर से सटे पकरिया स्थित सरना टोंगरी में सोमवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि मनायी गयी.
चतरा. शहर से सटे पकरिया स्थित सरना टोंगरी में सोमवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि मनायी गयी. कार्यक्रम का आयोजन जन संघर्ष मोर्चा व भाकपा माले की ओर से किया गया. इस दौरान जन प्रदर्शन रैली सरनाटोली से निकली, जो जायका, वन विभाग, पोस्टऑफिस, अव्वल मुहल्ला, गुदरी बाजार, केशरी चौक, चूड़ीहार मुहल्ला, धंगरटोली होते हुए पुन: सरना टोंगरी पहुंची. यहां रैली जनसभा में तब्दील हो गयी. रैली में लोगों ने इंकलाब जिंदाबाद, बिरसा मुंडा अमर रहे, उलगुलान जिंदाबाद, बिरसा के अरमानों को मंजिल तक पहुंचायेंगे आदि के नारे लगाये. कार्यक्रम की अध्यक्षता मांदी उरांव ने की, संचालन जन संघर्ष मोर्चा के जिला सचिव महेश बांडो ने किया. मौके पर लक्ष्मीकांत शुक्ला ने कहा कि बिरसा मुंडा का उलगुलान उस जमाने के सामंति, महाजनी शोषण, उत्पीड़न और उनके सरपरस्त अंग्रेज शासकों के खिलाफ था. तब भारत अंग्रेजों का गुलाम था. अब अंग्रेज साम्राज्यवादी नहीं है, लेकिन आम जनता का शोषण उत्पीड़न जारी है, जबकि बराबरी का अधिकार देनेवाला संविधान है, संसदीय लोकतंत्र भी है. चुनाव में वह शायद ही जीत पाता है, जो जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों व शोषण, उत्पीड़न, जुल्म, अत्याचार के खिलाफ जनता के संघर्ष की अगुवाई करता है. आज केंद्र की सत्ता ऐसी जमात के हाथ में हैं, जो चुनाव जीतने के लिए भारतीय समाज को तोड़ने बांटने के लिए 80-20 का नारा देती है. महेश बांडो ने कहा कि केंद्र सरकार भारतमाला सड़क परियोजना एक्सप्रेस-वे, वनरोपन, कोयला परियोजना, रेललािन जैसी परियोजनाओं से चंद कॉरपोरेट पूंजीपतियों को मालामाल किया जा रहा है. बस्तियां उजाड़ी जा रही है. उन्होंने कहा कि आज भी बिरसा मुंडा का उलगुलान की जरूरत है. जनसभा को भाकपा माले के जिला सचिव मनोज कुमार प्रजापति, रामदेव सिंह, करुणा देवी, कांति देवी ने भी संबोधित किया. मौके पर काफी संख्या में महिला-पुरूष शामिल थे.
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