Chaibasa News : मागे पर्व की खुशियां मातम में बदली
चाईबासा. अपनी बुआ के गांव में पर्व मनाने के लिए दोस्त के साथ गया था निर्मल
चाईबासा. पश्चिमी सिंहभूम जिले के सदर प्रखंड स्थित बड़बिल गांव के लोग चार दिनों से मागे पर्व की खुशी में डूबे हुए थे. हालांकि, पर्व के अंतिम दिन हुई घटना से जश्न का माहौल गम में बदल गया. बुआ के गांव में पर्व मनाने पहुंचे युवक ने अपने दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना से पहले दोनों दोस्त एक ही बिस्तर पर सोये थे. अचानक, ऐसा क्या हुआ कि सीने में गोली मारकर फरार हो गया. हालांकि, आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने नशे में घटना को अंजाम दिया है. मृतक निर्मल बानरा खूंटपानी प्रखंड के बनामगुटू गांव का रहने वाला था. गांव के लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है कि शांतिप्रिय गांव में युवक का खून हो गया है. घटना को लेकर पूरा गांव अचंभित है. ग्रामीण मुंडा सुरा पूर्ति ने बताया कि उनके क्षेत्र में इस तरह की पहली घटना है. घटना रविवार रात करीब 9 बजे हुई. उन्हें जानकारी सोमवार की सुबह में मिली. निर्मल बानरा अपने दोस्त जयराम बानरा के साथ बड़बिल गांव में अपनी बुआ लक्ष्मी पुर्ति के गांव में मागे पर्व मनाने आया था. रात में मागे नृत्य चल रहा था. लोग ढोल- मांदल की थाप लोग थिरक रहे थे. इसी बीच जयराम बानरा ने घर जाकर आराम करने की बात कही. इसपर निर्मल अपने दोस्त जयराम को लेकर अपनी बुआ घर पहुंच गया. मिट्टी के घर के एक कमरे में जमीन पर बिछाकर दोनों सो गये. थोड़ा देर बाद उसकी फुफेरी बहन चांदमनी पुर्ति पहुंची. उसने खाना खिलाने के लिए निर्मल बानरा को उठाना चाहा. उसकी नजर खून से सने निर्मल पर पड़ी. इसके बाद परिजनों को मामले की जानकारी दी. चांदमनी ने बताया कि गांव में मांदल- ढोल आदि बज रहे थे. मागे गान चल रहा था. शायद इसलिए गोली चलने की आवाज सुनायी नहीं पड़ी. ग्रामीण मुंडा ने बताया कि उनके गांव में 21 मार्च से मागे पर्व चल रहा था. लोग मागे पर्व के नाच- गान में मशगूल थे. र
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