Chaibasa News : नववर्ष पर चूल्हा-चौका बंद रख उपवास करेंगे राजाबासा के ग्रामीण
शहीद ग्राम बनाने की घोषणा हुई, आठ साल से इंतजार में ग्रामीण
प्रतिनिधि, जैंतगढ़
पश्चिमी सिंहभूम जिले के शहीद ग्राम राजाबासा के ग्रामीण इस बार भी नव वर्ष (एक व दो जनवरी) को शोक दिवस के रूप में मनायेंगे. विदित हो कि गांव के वीर शहीद पोटो हो को नव वर्ष के दिन अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ाया था. वीर शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि देने को उनके वंशज नव वर्ष के दिन चूल्हा-चौका बंद रखेंगे. उपवास रख कर पोटो हो को श्रद्धांजलि दी जायेगी. वीर पोटो हो की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना की जायेगी. उनके समाधि स्थल में श्रद्धांजलि सभा की जायेगी.
जानें कौन थे पोटो हो?
पोटो हो का जन्म जगन्नाथपुर प्रखंड के राजाबासा गांव में हुआ था. वे ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ ऐतिहासिक सेरेंगसिया घाटी युद्ध के नायक थे. 18 नवंबर, 1837 को टोंटो प्रखंड की सेरेंगसिया घाटी में अंग्रेजी फौज के साथ हुए भीषण छापामार युद्ध का नेतृत्व पोटो हो ने किया था. इस युद्ध में ब्रिटिश फौज की करारी हार हुई थी. युद्ध में 26 हो लड़ाके शहीद हुए थे, जबकि ब्रिटिश सेना के एक सूबेदार, एक हवलदार और 13 सिपाही घायल हुए थे.
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