Chaibasa News : जैंतगढ़ : सड़क हादसे रोकने को नो एंट्री की मांग

बेलगाम रफ्तार को ठहराया जिम्मेदार, 50 से अधिक अवैध शराब अड्डों पर कार्रवाई हो

By AKASH | December 26, 2025 11:41 PM

नो एंट्री के बावजूद चलते हैं भारी वाहन

ग्रामीण बोले-दिनभर लागू रहे नो एंट्री, चालकों की नशा जांच व स्पीड मॉनिटरिंग हो

पिछले एक साल में आधा दर्जन से अधिक लोगों की गयी जान

प्रतिनिधि,जैंतगढ़

जैंतगढ़ के बीते गुरुवार को सड़क हादसे में 19 वर्षीय युवक आदर्श दास की मौत के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है. स्थानीय लोगों ने नो एंट्री के बावजूद भारी वाहनों के परिचालन और बेलगाम रफ्तार को दुर्घटना का प्रमुख कारण बताया है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले एक वर्ष में जैंतगढ़ और आसपास के इलाकों में आधा दर्जन से अधिक लोगों की सड़क हादसों में जान जा चुकी है. लोगों ने दिनभर सड़क पर जाम लगाकर पूरे दिन के लिए सख्त नो एंट्री लागू करने की मांग की. समाजसेवी रवि पोद्दार ने कहा कि जब नो एंट्री का समय था, तब ट्रक सड़क पर कैसे चल रहे थे? हाटगम्हरिया मार्ग पर नो एंट्री के बावजूद भारी वाहनों का आवागमन आम बात बन चुकी है. उन्होंने सुझाव दिया कि नो एंट्री अवधि में सभी भारी वाहनों को पट्टाजैंत के पास रोककर रखा जाए. समाजसेवी शरद पवार ने कहा कि बेलगाम रफ्तार के कारण अधिकतर हादसे हो रहे हैं. नो एंट्री खुलते ही चालक तेज रफ्तार में वाहन दौड़ाते हैं, कई वाहनों में खलासी तक नहीं होता है. पहले निकलने की होड़ में अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं. प्रमिला पात्रा ने कहा कि जैंतगढ़ से लेकर हाटगम्हरिया तक कम-से-कम 50 अवैध शराब अड्डे सक्रिय हैं. ट्रक और ट्रेलर चालक इन स्थानों पर रुककर शराब पीते हैं और नशे में रफ्तार से वाहन चलाते हैं, जिससे हादसे होते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जैंतगढ़ पुलिस आउट पोस्ट से मात्र 50 मीटर दूरी पर दारू बाजार संचालित है, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. स्थानीय व्यापारी शंभू गुप्ता ने मांग की कि क्षेत्र में 24 घंटे नो एंट्री लागू की जाए, चालकों की अल्कोहल टेस्टिंग अनिवार्य हो और रफ्तार नियंत्रित करने के लिए स्पीड मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया जाए.

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