Chaibasa News : रनिंग अलाउंस 25% बढ़े, लगातार दो रात से अधिक ड्यूटी न मिले
चक्रधरपुर रेल मंडल के रनिंग स्टाफ भूख हड़ताल पर, नौ सूत्री मांगें रखीं
चक्रधरपुर.
25 प्रतिशत किलोमीटर भत्ता में बढ़ोत्तरी, वैगन का हैंडब्रेक बंधवाने व लंबे समय तक ड्यूटी कराने समेत नौ मुद्दों को लेकर चक्रधरपुर रेल मंडल में लोको रनिंग स्टाफ की 48 घंटे की भूख हड़ताल शुरू हो गयी. मंगलवार सुबह 10 बजे से रेल मंडल के करीब 2500 लोको रनिंग स्टाफ 48 घंटे की भूख हड़ताल पर हैं. भूखे रहकर ट्रेनों को चला रहे हैं. अलारसा के आरके राणा के नेतृत्व में चक्रधरपुर क्रू लॉबी में करीब 500 लोको रनिंग स्टाफ भूख हड़ताल पर बैठे.उन्होंने पहले दिन रेलवे व सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की. रेलवे के अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत कराया. अलारसा के मंडल कोषाध्यक्ष सीएम महतो ने कहा कि केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर चक्रधरपुर समेत 9 क्रू लॉबियों में रनिंग स्टाफ भूख हड़ताल पर हैं और ट्रेनों का संचालन सुचारु रूप से कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रनिंग स्टाफ की सभी मांगें जायज हैं. इसपर रेलवे व सरकार गंभीरता से विचार करे. मांगों पर सुनवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा. इस अवसर पर अलारसा चक्रधरपुर के बीबी महतो, संयुक्त सचिव पंकज कुमार, आरके राणा, राजीव कुमार, बीके पोद्दार, आलोक कुमार, दीपक मीणा समेत काफी संख्या में रनिंग स्टाफ उपस्थित थे.
रनिंग रूम में नहीं बना भोजन
रनिंग स्टाफ के भूख हड़ताल पर चले जाने से रनिंग रूम में पूरा दिन सन्नाटा पसरा रहा. रनिंग स्टाफ ने रनिंग रूम में भोजन नहीं किया. धरनास्थल से लोको पायलट ड्यूटी गये. ड्यूटी से लौटकर धरनास्थल पर आ रहे हैं. पूरा दिन लोको रनिंग स्टाफ धरनास्थल पर डटे रहे. अलारसा की अन्य यूनियन ने भी समर्थन किया. कई यूनियनों से जुड़े लोको पायलटों ने मांग लिखे बिल्ला लगाकर काम किया. क्रू लॉबियों व कार्यालयों में काला बिल्ला लगाकर रेलवे व केंद्र सरकार अपनी मांगों के प्रति ध्यान आकृष्ट कराया.रनिंग स्टाफ की मुख्य मांगें
यात्रा भत्ता दर के अनुरूप किलो मीटर भत्तों में 25 प्रतिशत की वृद्धि 1 जनवरी 2024 से भुगतान करने, किलोमीटर भत्ते की 70 फीसदी भाग को आयकर से मुक्त करने, लोको पायलटों से कपलिंग कटवाना, हैंडब्रेक लगवाना, रिलिज करना एवं फॉग सेफ्टी डिवाइस ढुलाना बंद करने, रनिंग स्टाफ को 36 घंटे में मुख्यालय वापसी सुनिश्चित करने, सहायक लोको पायलटों को जोखिम भत्ता देने, एनपीएस, यूपीएस को रद्द कर पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
