Bokaro News : हुनरमंद बनाने वाला केंद्र चार साल से है बंद
Bokaro News : सीसीएल के बीएंडके एरिया में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्किल डेवलपमेंट सेंटर में पिछले चार साल से प्रशिक्षण कार्य बंद है.
सीसीएल के बीएंडके एरिया में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्किल डेवलपमेंट सेंटर में पिछले चार साल से प्रशिक्षण कार्य बंद है. सीएसआर के तहत दिया जाना वाला खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण भी बंद है. पिछले साल से रोजगार सहायता केंद्र पर भी ताला लटका हआ है. मालूम हो कि बारीग्राम आंबेडकर चौक से सटे पुराने क्रेच हाउस में 19 नवंबर 2017 को कोल इंडिया के प्रभारी चेयरमैन व सीसीएल के सीएमडी रहे गोपाल सिंह ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के कुछ दिनों बाद तक यहां एरिया के सीएसआर मद से कई तरह का प्रशिक्षण कार्य सुचारू रूप से चलता रहा. महिलाओं को खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण भी दिया गया. इसके लिए कई सामान की खरीदारी सीएसआर मद से की गयी. कोरोना काल में यहां सारा कामकाज ठप रहा. कोराेना काल के बाद कुछ माह तक प्रशिक्षण कार्य हुआ. बाद में सब बंद हो गया. खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण के लिए खरीदी गयी मसाला पीसने वाली दो बड़ी मशीनें बेकार पड़ी हैं. ये जेएसपीएल द्वारा सीसीएल को आपूर्ति की गयी थी. फिलहाल इस केंद्र की देखभाल के लिए एक एलडीसी कर्मी सुशील कुमार सिंह पदस्थापित हैं. इसके अलावा पांच महिला व पुरुष केटेगरी-वन कर्मी भी हैं, जिनके जिम्मे सेंटर में जलापूर्ति, सफाई व बगान की देखभाल की जिम्मेवारी है.
कौशल विकास केंद्र में महिलाओं व युवकों को सीसीएल के सीएसआर मद से कई तरह के प्रशिक्षण दिया जाता था. अलग-अलग बैच के लिए कंप्यूटर, मोबाइल रिपेयरिंग, फूड प्रोसेसिंग व टेलरिंग के प्रशिक्षण की व्यवस्था थी. प्रशिक्षण देने के लिए 15 से 20 लाख रुपये के सामान की खरीदारी की गयी थी. इसके अलावा इस सेंटर में रोजगार सहायता केंद्र भी खोला गया था. जहां सरकार व प्राइवेट संस्थानों में निकलने वाली वैकेंसी की जानकारी दी जाती थी. युवाओं के लिए आवेदन करने में मदद की जाती थी. जानकारी के अनुसार जिस वक्त यहां केंद्र को खोला जाना था, उस वक्त संवेदक ने केंद्र का कायाकल्प करने के नाम पर लाखों रुपये का घालमेल स्थानीय सीसीएल अधिकारियों की मदद से की थी.वर्षा जल संचयन इकाई भी हो गयी बेकार
केंद्र में बीएंडके एरिया के सीएसआर मद से वर्षा जल संचयन इकाई भी लगी थी. इसका उद्घाटन तीन अगस्त 2019 को तत्कालीन सीएमडी गोपाल सिंह की पत्नी स्व प्रमीला सिंह ने किया था. यहां दो वर्षा जल संचयन इकाई लगायी गयी थी. इसमें एक तो सूखी पड़ी है और दूसरी में जमा पानी कचरे से भरा हुआ है. इसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
