Bokaro News: सर्दियों में सावधानी जरूरी… दिल के मरीजों में बढ़ जाता है हार्ट अटैक व बीपी का खतरा

Bokaro News: सर्दियों का मौसम हृदय व ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए खतरनाक है. सर्दियों में रक्त वाहिनियां सिकुड़ जाने का असर हृदय को खून पहुंचाने वाली धमनियों पर पड़ता है. इसलिए हृदय रोगियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. ठंड के प्रति संवेदनशील होने के कारण बच्चे, बुजुर्ग और हृदय रोगियों में ठंड के मौसम में हाइपोथर्मिया का खतरा भी रहता है. जो समय पर ध्यान नहीं देने के कारण जानलेवा साबित होते है. यह बातें वेलमार्क अस्पताल के चेयरमैन सह हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सतीश कुमार ने गुरूवार को प्रभात खबर से कही.

By MAYANK TIWARI | November 7, 2025 12:07 AM

डॉ कुमार ने बताया कि सर्दियों में हृदय रोग से पीड़ित मरीज में अक्सर सीने में दर्द या बेचैनी की समस्या होती है. बोकारो में सर्दियों के मौसम में बीपी व हृदय रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है. सदर अस्पताल के ओपीडी में रोजाना लगभग 700 मरीजों की जांच होती है. लगभग 250-280 लोगों का ब्लड प्रेशर बढा मिलता है. बीजीएच व निजी हृदय रोग क्लिनिकों में हृदय रोगियों की संख्या सर्दी के दिनों में आमदिनों के अपेक्षा बढ जाती है.कार्डियोलॉजिस्ट डॉ राहुल कुमार ने बताया कि सर्दियों में शरीर के तापमान में कमी व विटामिन डी के स्तर में कमी और रक्त के गाढ़ेपन में वृद्धि होती है. जो हृदय रोगों का जोखिम बढ़ा देती है. जबकि तेज हवा व बारिश शरीर के तापमान को और कम कर देते हैं. इससे रक्तचाप अचानक बढ़ जाता है. जिससे दिल के दौरे का जोखिम उत्पन्न होता है. रिसर्च के अनुसार गर्मियों के मुकाबले सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक व स्ट्रोक से होने वाली मौत के मामले 26 से 36 प्रतिशत तक बढ़ते हैं. जो परेशानियों का कारण है.डॉ कुमार ने कहा कि सर्दी के मौसम में 40 वर्ष की आयु से ऊपर के व्यक्तियों को दिल के दौरे का खतरा अधिक होता है. दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है. हाई बीपी से मोटापा, कोलेस्ट्रॉल के स्तर, मधुमेह या अत्यधिक धूम्रपान सर्दियों में दिल का दौरा पड़ने के मामलों को ट्रिगर करनेवाले कारकों में हैं. सर्दियों के दौरान व्यस्कों व बुजुर्गों को नियमित स्वास्थ्य जांच कराना चाहिए. रक्त में ग्लूकोज व कोलेस्ट्रॉल स्तर का ध्यान रखाना चाहिए. शराब व जंक फूड से बचना चाहिए.

ठंड के मौसम में कैसा हो खानपान

– सादा, संतुलित और पौष्टिक खानपान अपनाएं.- ज्यादा घी-तेल और मसाले युक्त आहार से बचें.

– एलकोहल व सिगरेट का उपयोग किसी भी हाल में न करें.- एल्कोहॉल लेने के बाद हार्ट के पंपिंग की गति अनियंत्रित हो जाती है.

– एल्हकोहल के प्रयोग से शरीर में सही ढंग से रक्त प्रवाह नहीं हो पाता.- सिगरेट में मौजूद निकोटीन हृदय की रक्तवाहिका नलियों के भीतरी हिस्से को नुकसान पहुंचाता है.

– सिगरेट पीने से दिल की धड़कन तेज हो जाती है. ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. हार्ट अटैक का बड़ा कारण है.- क्रीमयुक्त दूध के बजाय स्किम्ड मिल्क लें.

– रोज हरी सब्जियां व फल का सेवन अधिक मात्रा में जरूर करें.- नॉन-वेजटेरियन हैं, तो रेड मीट से दूर रहें. एग व्हाइट का ही सेवन करें.

– मछली का उपयोग करें. इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल के लिए फायदेमंद है.

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