Bokaro News: श्रद्धा स्वयं सहायता समूह की पदाधिकारियों ने सदस्यों पर लगाया असहयोग का आरोप

Bokaro News: कसमार प्रखंड के मंजूरा स्थित श्रद्धा स्वयं सहायता समूह में आंतरिक विवाद को लेकर पदाधिकारियों ने प्रतिक्रिया दी है. गैरतलब है कि पूर्व में समूह की कुछ सदस्यों ने अध्यक्ष समेत पदाधिकारियों पर फर्जीवाड़ा और मनमानी का आरोप लगाया था. इसके बाद समूह की अध्यक्ष अंजू देवी, सचिव लीलावती देवी और कोषाध्यक्ष विलासी देवी ने समूह की कुछ सदस्यों पर पीडीएस दुकान के संचालन और समूह के कार्यों में पर्याप्त सहयोग न करने का आरोप लगाया है.

By MAYANK TIWARI | November 2, 2025 11:29 PM

समूह की पदाधिकारियों ने बताया कि उन पर कमीशन राशि नहीं देने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि अब-तक राशि की निकासी ही नहीं हुई है. उनका कहना है कि सरकार की नयी गाइडलाइंस के अनुसार अब समूह की राशि निकासी के लिए अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष के साथ-साथ सभी सदस्यों के हस्ताक्षर आवश्यक हैं. लेकिन, सीओ के हस्तक्षेप और निर्देश के बावजूद कुछ सदस्यों ने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, जिसके कारण कमीशन की राशि अब तक अवरुद्ध है. पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि 13 जुलाई 2024 को कुछ सदस्यों ने जबरन एक-एक पैकेट चावल का उठाव कर लिया था, जिसका वीडियो प्रमाण मौजूद है. उन्होंने कहा कि उनके स्तर से किसी प्रकार की वित्तीय या प्रशासनिक गड़बड़ी नहीं की गयी है. इसके साथ ही पदाधिकारियों ने बताया कि सदस्य पूनिया देवी (पति – प्यारी महतो) का निधन सितंबर 2024 में हो गया था. उनके स्थान पर उनकी पुत्रवधू सुमन देवी को सदस्य बनाने का दबाव बनाया जा रहा है, जबकि जेएसएलपीएस के नियमों में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है कि मृत सदस्य के स्थान पर उसके परिजन को स्वतः सदस्य बनाया जाए. अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि यदि समूह के कुछ सदस्य इसी तरह असहयोग का रवैया अपनाते रहे, तो सभी पुराने सदस्यों को हटाकर नए सदस्यों को जोड़ा जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि समूह के द्वारा संचालित पीडीएस दुकान को लेकर अब-तक किसी भी कार्डधारक ने कोई शिकायत नहीं की है. पूरा विवाद कुछ सदस्यों की आपसी अनबन के कारण उत्पन्न हुआ है.

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