Bihar Politics: आखिर किसे बचाना चाहते हैं लालू यादव? गृह मंत्री अमित शाह ने खोला राज

Bihar Politics: गृह मंत्री अमित शाह ने सीतामढ़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए लालू यादव पर जोरदार निशाना साधा. उन्होंने दावा किया है कि लालू यादव चुनाव से पहले बिहार में छिपे घुसपैठियों को मतदाता सूची से बाहर निकालने से बचाने की कोशिश कर रहे हैं.

By Prashant Tiwari | August 8, 2025 6:42 PM

Bihar Politics: गृह मंत्री अमित शाह ने पुनौराधाम में माता जानकी मंदिर के लिए भूमि पूजन व शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान गृह मंत्री ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के रेल मंत्री रहे लालू यादव पर जोरदार निशाना साधा. अमित शाह ने दावा किया कि लालू यादव जब रेलमंत्री थे तब उन्होंने बिहार को मिलने वाली रेल की परियोजनाओं पर 1131 करोड़ रुपये खर्च किया था. जबकि केंद्र की मोदी सरकार ने 2025 में ही 10 हजार 66 करोड़ रुपये का खर्च बिहार में रेल के लिए किया है.

जो भारत में नहीं जन्मा उसे यहां वोट देने का अधिकार नहीं: अमित शाह 

गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन के दौरान लोगों से संवाद करते हुए कहा कि बिहार विधान सभा चुनाव से पहले बिहार से घुसपैठियों को निकालना चाहिए कि नहीं निकाना चाहिए. जिसका भारत में जन्म नहीं हुआ उसे यहां वोट देने का अधिकार नहीं है. उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे संविधान लेकर घूम रहे हैं और एसआइआर का विरोध कर रहे हैं. गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बिहार का लगातार दौरा कर रहे हैं और मैं भी संगठन की मिटिंग कर रहा हूं. मुझे साफ दिख रहा है कि आगामी विधान सभा चुनाव में बिहार में पूर्ण बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बनने वाली है. 

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किसे बचाना चाहते हैं लालू यादव: गृहमंत्री 

वहीं, कांग्रेस की सरकार पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री ने कहा कि उनकी (यूपीए) सरकार में आतंकी हमले होते थे. आतंकी भाग जाते थे. हमारी सरकार में सीमा पर जवाब दिया जाता है. पहलगाम के बाद आपरेशन सिंदूर कर जवाब दिया गया। राहुल गांधी इस पर सवाल उठाते हैं. उन्होंने लोगों से पूछा कि घुसपैठियों को मतदाता सूची निकाला जाना चाहिए या नहीं. मैं लालू यादव से पूछता हूं वे किसे बचाना चाहते हैं. कांग्रेस किसे बचाना चाहती है. वे घुसपैठिये बांग्लादेशियों को बचाना चाहते हैं. जो आपका रोजगार खा जाते हैं. वोट बैंक की राजनीति बंंद कीजिए.  मतदाता सूची का पुनरीक्षण पहली बार नहीं हो रहा है.

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