पंजियार पिछड़ा व शोषित समाज के बीच लाता है जन जागृति: अमन

इंसानियत का बड़ा पैगाम देता है भगैत... कोसी व मिथिला के जन जन में समाया है भगैत सुपौल : भगैत भविष्य भगवान भक्ति गति का मार्ग प्रशस्त करते हुए तथ्य तत्व की और ले जाकर इंसानियत की पाठ पढ़ाता है. ठेठ मैथिली के माध्यम से इंसानियत का बड़ा पैगाम देता है भगैत. धर्मराज के संदेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 5:43 AM

इंसानियत का बड़ा पैगाम देता है भगैत

कोसी व मिथिला के जन जन में समाया है भगैत
सुपौल : भगैत भविष्य भगवान भक्ति गति का मार्ग प्रशस्त करते हुए तथ्य तत्व की और ले जाकर इंसानियत की पाठ पढ़ाता है. ठेठ मैथिली के माध्यम से इंसानियत का बड़ा पैगाम देता है भगैत. धर्मराज के संदेश को जन जन तक पहुंचाने का कार्य करता है पंजियार. सुपौल जिला मुख्यालय के स्टेडियम में 2020 में राष्ट्र स्तरीय भगैत महासम्मेलन आयोजित की जायेगी. उक्त बाते चौघारा में आयोजित कोसी प्रमंडलीय भगैत महासम्मेलन -सह- विष्णु यज्ञ के समापन के अवसर पर सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए लोहिया यूथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक डॉ अमन कुमार ने कही.
डॉ कुमार ने कहा की बाबा विश्वकर्मा की पुत्री संज्ञा का विवाह सूर्य भगवान से हुआ. संज्ञा का पुत्र यम और पुत्री यमुना है. यम ही बाबा धर्मराज है. इनके द्वारा धर्म प्रचार के वास्ते पोपीपुर निवासी कृति पासवान के घर में पल रहे धर्मपुत्र ज्योति पनियार को भक्त बनाया गया. बाबा बैनी पनियार के स्मरण मात्र से माल-मवेशी के संकट दूर हो जाते है. वही अन्दु पनियार के स्मरण मात्र से कुल खानदान सदैव हरा-भरा रहता है.
उदय साह पनियार के स्मरण करने से शारीर ऊर्जान्वित और प्रकाशमान बना रहता है. खेदन महराज का स्मरण करने से संकट की घड़ी में तत्क्षण संकट दूर हो जाती है. कारू खिरहरी का पूजा अर्चना करने से मॉल मवेशी निरोग और मानव का कल्याण होता है. दरअसल भगैत एक ऐसा लोक गाथा है जिसमें गीत के संग संग डायलॉग भी चलता रहता है. मुलगैन कहानी प्रारंभ करता है और फिर समा बंध जाता है. बड़ी ही भक्ति भाव से पिछड़ा और शोषित समाज के बीच जन जागृति का कार्य करता है पंजियार.
समापन के अवसर पर 25 भगैत मंडली को पुरस्कार देकर किया सम्मानित : भगैत के मौके पर मुख्य अतिथि डीपीओ सह सहायक आपदा पदाधिकारी अरुण प्रकाश ने कहा कि गांव घर की बोलचाल भाषा में धर्म और न्याय के प्रचार का बेहतर माध्यम है भगैत. इस पर अमल कर साधारण से साधारण मनुष्य भी बेहतर और खुशहाल जीवन जी सकता है. संत जयनारायण यादव ने कहा कि भारतीय सभ्यता संस्कृति में भगैत कण-कण में समाहित है.
डीपीओ के हाथो वार्षिक सभापति घीनाय यादव, संत श्री जयनारायण यादव, उपसभापति अनंत लाल यादव, जिला सचिव भूवनेश्वर यादव, परमेश्वरी यादव, कोषाध्यक्ष रघुनंदन यादव,लक्ष्मी यादव,मासिक सभापति-यदुनंदन यादव,रामखेलावन यादव, खट्टर यादव ,कुमोद यादव ,रामचंद्र यादव, राजेंद्र यादव, कदमलाल यादव, गंगा प्रसाद यादव, कमलेश्वरी दास, महेश्वरी यादव, अनरुद्ध दास, गजेंद्र यादव, संचालक -बेचन यादव, पंजियार-श्याम यादव ,मूर्तिकार -जयकुमार यादव उर्फ़ रमेश आदि को पुरस्कृत किया गया.
यह सम्मान समारोह लोहिया यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सयोंजक डॉ अमन कुमार के द्वारा भगैत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था. डीपीओ को शिव चंद्र यादव द्वारा शॉल भेंट कर स्वागत किया. समापन समारोह में भगवन दत यादव, योगेन्द्र यादव,बाबूजी यादव, लालमोहर यादव,बैद्यनाथ यादव,श्यामकिशोर यादव,बहुरि यादव,सुधीर यादव,सुखसेन यादव ,सम्भु यादव,गौसय यादव, देवन कामत,असर्फी यादव,नरेश यादव,लक्ष्मण यादव,मदन मेहता,भूपेंद्र यादव,कार्तिक मेहता, संजय साह, अर्जुन यादव,अशोक, जयप्रकाश आदि का सराहनीय योगदान रहा.