ग्रामीणों ने सीवान-गोपालगंज मार्ग किया जाम
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के छोटपुर गांव के समीप रेलवे अंडरपास में जल भराव के कारण स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार की सुबह फूट पड़ा. नाराज ग्रामीणों ने सीवान-गोपालगंज मुख्य मार्ग को जाम कर जमकर हंगामा किया. जहां वाहनों का आवागमन बाधित रहा. उनका आरोप था कि अंडरपास में बारिश का पानी जमा होने से आवागमन में भारी परेशानी हो रही है,
प्रतिनिधि, सीवान. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के छोटपुर गांव के समीप रेलवे अंडरपास में जल भराव के कारण स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार की सुबह फूट पड़ा. नाराज ग्रामीणों ने सीवान-गोपालगंज मुख्य मार्ग को जाम कर जमकर हंगामा किया. जहां वाहनों का आवागमन बाधित रहा. उनका आरोप था कि अंडरपास में बारिश का पानी जमा होने से आवागमन में भारी परेशानी हो रही है, जिसे प्रशासन और रेलवे लगातार नजरअंदाज कर रहा है. छोटपुर गांव के पास बना यह रेलवे अंडरपास ग्रामीणों, खासकर पैदल यात्रियों, साइकिल सवारों, बाइक सवार, चारपहिया और स्कूली बच्चों के लिए आवागमन का प्रमुख रास्ता है. बारिश के बाद इसमें कई फुट पानी भर जाता है, जिससे लोग जोखिम उठाकर गुजरने को मजबूर हैं. ग्रामीणों का कहना है कि ड्रेनेज सिस्टम की कमी और नियमित सफाई न होने से यह समस्या हर साल बरसात में बिगड़ जाती है. इससे न केवल दैनिक जीवन प्रभावित होता है, बल्कि दुर्घटना का खतरा भी बढ़ जाता है. स्थानीय निवासी रामअवतार ने बताया कि हमने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. बच्चे और बुजुर्ग कैसे इस पानी से गुजरें? वहीं हंगामे की सूचना पर मुफस्सिल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. पुलिस ने आश्वासन दिया कि रेलवे और स्थानीय प्रशासन से बात कर जल्द ही जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी. करीब डेढ़ घंटे के जाम के बाद ग्रामीणों ने सड़क खाली की, लेकिन चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन करेंगे. यह समस्या केवल छोटपुर तक सीमित नहीं है. सीवान और आसपास के इलाकों में कई रेलवे अंडरपास में जलभराव की शिकायतें आम हैं. दो दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ता हैं यह मार्ग- छोटपुर के समीप बना रेलवे अंडरपास हसनपुरवा, सरावेन,खालिसपुर, कलिंजरा, पचौरा, मठिया पचलखी, खुदरा, सुजांव, भरथुई सहित तकरीबन दो दर्जन से अधिक गांवों को यह मार्ग जोड़ती हैं. जहां इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता हैं. उसके बावजूद भी अंडर पास की स्थिति दयनीय हैं. पिछले वर्ष भी लोगो ने हल्ला हंगामा किया था. जहां रेलवे के अधिकारियों ने आश्वासन भी दिया था कि जल्द ही समाधान हो जाएगा. लेकिन सामाधान नही हो सका.
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