महागठबंधन के तीन विधायक हुए बेटिकट

विधानसभा चुनाव के शुक्रवार को नामांकन के अंतिम दिन पर्चा दाखिला की अवधि समाप्त होने के साथ ही सभी चुनावी चेहरे सामने आ गये हैं.इसमें दो प्रमुख गठबंधन में से एक महागठबंधन के नेतृत्व के फैसले ने चुनाव में नयी तस्वीर दी है.अपने तीन विधायकों का जहां टिकट काट कर उन्हे बेटिकट कर दिया, वहीं जिले में कांग्रेस को मिली एकमात्र सीट भी इस बार छीन कर राजद की झोली में चली गयी.

By DEEPAK MISHRA | October 17, 2025 9:03 PM

संवाददता,सीवान. विधानसभा चुनाव के शुक्रवार को नामांकन के अंतिम दिन पर्चा दाखिला की अवधि समाप्त होने के साथ ही सभी चुनावी चेहरे सामने आ गये हैं.इसमें दो प्रमुख गठबंधन में से एक महागठबंधन के नेतृत्व के फैसले ने चुनाव में नयी तस्वीर दी है.अपने तीन विधायकों का जहां टिकट काट कर उन्हे बेटिकट कर दिया, वहीं जिले में कांग्रेस को मिली एकमात्र सीट भी इस बार छीन कर राजद की झोली में चली गयी. कांग्रेस को सर्वाधिक निराश हाथ लगी है. जिले के आठ सीटों में से पिछले चुनाव में तीन सीटों पर भाकपा माले, एक सीट पर कांग्रेस व चार सीटों पर राजद ने उम्मीदवार उतारे थे.जिसमें से भाकपा माले व राजद को दो-दो सीटों पर व कांग्रेस को अपने इकलौते सीट पर जीत मिली थी.इसी आधार पर यह कयास लगाये जा रहे थे, कि महागठबंधन के घटक दलों को इस बार भी ऐसे ही सीट मिलेगी.हालांकि ये कयास टिकट बंटवारे के बाद गलत साबित हुए. छह बार के विधायक विजय शंकर को नहीं मिला टिकट महाराजगंज के कांग्रेस विधायक विजय शंकर दूबे इस बार टिकट से वंचित रह गये हैं. लंबे राजनीतिक कैरियर के साथ ही खास बात यह रही है कि ये कई बार सीट बदलकर चुनाव जीतने वाले चंद नेताओं में प्रमुख रहे है.इस बार नेतृत्व ने टिकट काट दिया है.वे 1980 में पहली बार रघुनाथपुर से विधायक बने. इसके बाद 1985, 1990 में भी विधायक रहे. 1995 में वे हार गए, लेकिन 2000 में चौथी बार विधायक बने. इसके बाद 2015 में मांझी से विधायक चुने गए और 2020 में महाराजगंज से छठी बार विधायक बने.वे बिहार विधानसभा में सारण और सीवान जिलों के तीन विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.इस बार चुनावी परिदृश्य से बाहर हैं. राजद विधायक बच्चा पांडे व हरिशंकर यादव के जगह नया चेहरा बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र से राजद के विधायक बच्चा पांडे इस बार टिकट से वंचित रह गये हैं.पिछले चुनाव में बच्चा पांडे की पहली राजनीतिक पारी थी,जिसमें उन्हें सफलता मिली.वे जदयू विधायक श्याम बहादुर सिंह को पराजित किये थे.इस बार इनके जगह पर पार्टी ने व्यवसायी अरूण गुप्ता को टिकट दिया है. उधर रघुनाथपुर सीट से राजद विधायक हरिशंकर यादव ने इस बार स्वयं चुनाव नहीं लड़कर पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा सहाब की वकालत की थी.जिसका नतीजा रहा कि लगातार दो बार के विधायक हरिशंकर की जगह राजद नेतृत्व ने ओसामा को सिंबल दिया व पर्चा दाखिला के साथ वे चुनाव मैदान में हैं. बड़हरिया से दावेदारी जता रहे अनवारूल हक को गोरेयाकोठी से टिकट महागठबंधन में टिकट को लेकर चली आपाधापी के बीच नामांकन के अंतिम दिन राजद ने बड़हरिया से टिकट के प्रबल दावेदार रहे अनवारूल हक को गोरेयाकोठी से चुनाव लड़ने का निर्देश दिया. नेतृत्व के इस फैसले से पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी कुछ अप्रत्याशित फैसला लगा, पर आखिरकार नेतृत्व के फैसले के मुताबिक कल बड़हरिया के गांवों का भ्रमण कर रहे अनवारूल ने नामांकन पत्र दाखिलकर गोरेयाकोठी के चुनाव में मैदान में उतर पड़े हैं.

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