श्याम बहादुर लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव , कल नामांकन
जदयू के कद्दावर नेता श्याम बहादुर सिंह इस बार जिले के बड़हरिया सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.रविवार को श्याम बहादुर ने इसका एलान करते हुए कहा कि मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.तीन बार विधायक रहे श्याम बहादुर ने इस बार टिकट न मिलने के कयासों के बीच यह बागी तेवर अपनाने का एलान किया है
संवाददता,सीवान. जदयू के कद्दावर नेता श्याम बहादुर सिंह इस बार जिले के बड़हरिया सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.रविवार को श्याम बहादुर ने इसका एलान करते हुए कहा कि मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.तीन बार विधायक रहे श्याम बहादुर ने इस बार टिकट न मिलने के कयासों के बीच यह बागी तेवर अपनाने का एलान किया है.पार्टी नेतृत्व ने अब तक अधिकृत रूप से यहां के लिये कोई प्रत्याशी नहीं घोषित किया है.हालांकि जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रदेव सिंह पटेल के नाम की चर्चा जोरों पर है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कभी करीबीयों में श्याम बहादुर सिंह का नाम रहा है.जिले में दौरे पर आने के दौरान मंच से श्याम बहादुर का नाम नीतीश कुमार सर श्याम बहादुर उप नाम के जारिये लेना नहीं भूलते थे.हालांकि पिछले माह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जिले में आयोजित कार्यक्रम में श्याम बहादुर को मंच पर जगह तक नहीं मिली थी.साथ ही मुख्यमंत्री ने भी कोई तवज्जो नहीं दिया.इसके बाद से ही श्याम बहादुर के राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चा होने लगी थी. श्याम बहादुर के राजनीतिक कद की उंचाई का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वे लगातार तीन बार विधायक रहे. उन्होंने जीरादेई से एक बार व बड़हरिया से दो बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे. पिछले विधानसभा चुनाव में राजद से हार का सामना करना पड़ा था.इसके बाद से उनके कुछ दल के लोग ही राजनीतिक सक्रियता पर सवाल उठाने लगे.यहां तक की लोकसभा चुनाव में भी एनडीए के पर्दे पर वे नहीं दिखे. मंच पर ठुमके लगाने को लेकर चर्चा में रहे श्याम बहादुर श्याम बहादुर सिंह के अंदाज ही कुछ ऐसे हैं, जो अन्य नेताओं से उन्हें अलग करता है.उनकी सरलता व सहजता लोगों को सर्वाधिक आकर्षित करती रही है.इससे इतर सोशल मीडिया में मंच पर नर्तकियों के साथ ठुमके लगाते वीडियो कई बार देखे जा चुके हैं.अलग अलग अवसरों के ये वीडियो नेशनल मीडिया तक चर्चा के विषय रहे हैं.हालांकि उनके इस अंदाज से लोगों में लाेकप्रियता कभी कम नहीं हुई.श्याम बहादुर लोगों के सवालों के जवाब भी ठेठ भोजपुरी में देते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
