पहली बार विस चुनाव लड़ेंगे मंगल पांडेय

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. उनका चुनाव मैदान है गृह जिला की सीवान सदर ट. जहां सीधा मुकाबला राजद विधायक व विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से होगा. जिसके चलते यहां दिलचस्प मुकाबले के आसार हैं. छह बार के विधायक अवध बिहारी के सामने मंगल पांडेय को अपने गृह जिले में जीत दर्ज करानी बड़ी चुनौती होगी.

By DEEPAK MISHRA | October 14, 2025 9:58 PM

जितेंद्र उपाध्याय, सीवान. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. उनका चुनाव मैदान है गृह जिला की सीवान सदर ट. जहां सीधा मुकाबला राजद विधायक व विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से होगा. जिसके चलते यहां दिलचस्प मुकाबले के आसार हैं. छह बार के विधायक अवध बिहारी के सामने मंगल पांडेय को अपने गृह जिले में जीत दर्ज करानी बड़ी चुनौती होगी. प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं में होती है गिनती बिहार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में मंगल पांडे का नाम शामिल रहा है. विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति से अपने सफर की शुरुआत की व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तक रहे. मौजूदा समय में मंगल पांडे विधान परिषद सदस्य के साथ बिहार सरकार के स्वास्थ्य व विधि मंत्री हैं. वे पथ निर्माण और कृषि वित्राग का भी जिम्मा संभाल चुके हैं. 2012 से वे बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. 2013-2017 तक बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे. 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में वे पार्टी संगठन और प्रबंधन में सक्रिय रहे. वे कई राज्यों के प्रभारी भी रह चुके हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में सीवान सीट से जदयू को जिताने में बड़ी रणनीतिक भूमिका निभाई थी. सीवान विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना उनके राजनीतिक सफर में एक नया अध्याय है. मुखिया से विधानसभा अध्यक्ष तक का सफर तय किया है अवध बिहारी ने अवध बिहारी चौधरी आरजेडी के कद्दावर और वरिष्ठ नेता हैं. वे बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और राबड़ी देवी सरकार में शिक्षा मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे हैं. अवध बिहारी चौधरी चार दशक से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में हैं. अपने ग्राम पंचायत के मुखिया से बिहार विधानसभा का सफर तय करने वाले अवध बिहारी को पार्टी ने सीवान सीट से पिछ्ले लोकसभा चुनाव में उतारा था. हालांकि उन्हें हार का सामना करते हुए तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था. अवध बिहारी चौधरी के राजनीतिक कद का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि छह बार विधायक चुने जा चुके हैं, वे 1985, 1990, 1995, 2000, 2005 और 2020 में विधानसभा पहुंचे. वे लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते हैं और पार्टी के रणनीतिक फैसलों में इनकी भूमिका अहम रही है.

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