siwan news. सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए छात्राओं को दिया जायेगा एचपीवी का टीका
राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार ने राज्य में बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) के खिलाफ गार्डासिल वैक्सीन से टीकाकरण अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं
सीवान . राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार ने राज्य में बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) के खिलाफ गार्डासिल वैक्सीन से टीकाकरण अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं. इस संबंध में कार्यपालक निदेशक अमित कुमार पांडेय द्वारा सभी सिविल सर्जन-सह-सदस्य सचिव, जिला स्वास्थ्य समिति को विस्तृत दिशा-निर्देश भेजे गए हैं.
जारी पत्र के अनुसार भारत सरकार के निर्देशों के आलोक में 14 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुकी एवं 15 वर्ष से कम आयु की बालिकाओं को गार्डासिल वैक्सीन की एक खुराक दी जाएगी. यह अभियान पहले चरण में विशेष अभियान मोड में संचालित होगा, जिसमें राज्य के सभी 24×7 कार्यरत स्वास्थ्य संस्थानों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे. इसके पश्चात नियमित टीकाकरण सत्रों के माध्यम से इसे जारी रखा जाएगा.व्यापक प्रचार-प्रसार पर विशेष जोरटीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला एवं प्रखंड स्तर पर विभिन्न सहयोगी विभागों के साथ टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. साथ ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, फोग्सी, लायंस क्लब एवं रोटरी क्लब जैसे संगठनों के सदस्यों का सेंसिटाइजेशन किया जाएगा. अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए मीडिया सेंसिटाइजेशन पर भी विशेष जोर दिया गया है.
दिशा-निर्देश में कहा गया है कि टीकाकरण के लिए योग्य लाभार्थियों की संख्या का आकलन कर क्लस्टर एप्रोच मोबिलाइजेशन प्लान तैयार किया जाएगा. सभी लाभार्थियों का यू-विन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन, सहमति प्राप्ति, वैक्सीन की उपलब्धता, कोल्ड चेन, बायो-वेस्ट मैनेजमेंट, एईएफआई एवं एनाफाइलैक्सिस किट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. टीकाकरण टीम में एएनएम, वेरिफायर, मोबिलाइजर एवं वॉलंटियर शामिल होंगे तथा प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान में नोडल पदाधिकारी नामित किए जाएंगे.शिक्षकों व कर्मियों को किया जायेगा प्रशिक्षित
विद्यालयों में टीकाकरण दिवस के दौरान आवश्यक सहयोग के लिए शिक्षकों एवं संबंधित कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा. पंचायत, वार्ड एवं विद्यालय स्तर पर बैठकों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक बालिकाओं को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा सके. स्वास्थ्य विभाग ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए वित्तीय मानक भी निर्धारित किए हैं. दिसंबर 2025 से जनवरी 2026 के बीच जिला एवं प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. उल्लेखनीय है कि राज्य में पहले से संचालित सर्वावैक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत जिन बालिकाओं को पहली खुराक दी जा चुकी है, उन्हें छह माह के अंतराल पर दूसरी खुराक दी जाएगी. स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि यह अभियान बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित करने और सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम में मील का पत्थर साबित होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
