सीतामढ़ी: महिलाओं का आसरा बनेगा ”सखी निवास”
सीतामढ़ी: महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार की तरफ से जिला में ''सखी निवास'' खोला जा रहा है. यह पूरी तरह से महिलाओं के लिए होगा. हालांकि 12 वर्ष तक के लड़के भी यहां रह सकेंगे. बताया गया है कि यहां आवश्यकतानुसार तीन वर्ष तक आवास व भोजन की सुविधा प्रदान की जाएगी.
सीतामढ़ी: महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार की तरफ से जिला में ”सखी निवास” खोला जा रहा है. यह पूरी तरह से महिलाओं के लिए होगा. हालांकि 12 वर्ष तक के लड़के भी यहां रह सकेंगे. इस ”सखी निवास” के लिए जिला प्रशासन उपयुक्त भवन की तलाश कर रही है. काफी मशक्कत के बाद भी अबतक समुचित भवन की व्यवस्था नहीं हो सकी है.
”सखी निवास” का मुख्य उद्देश्य
बताया गया है कि निगम के मिशन शक्ति योजना के सामर्थ्य उपयोजना के तहत ”सखी निवास” का जिला में संचालन किया जाना है. ”सखी निवास” का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के लिए सुरक्षित व सुविधा जनक स्थान पर आवास उपलब्ध कराना है. इस योजना के तहत संचालित होस्टल में वैसी कामकाजी महिला रह सकती हैं, जो अविवाहित, विधवा, तलाकशुदा अथवा विवाहित हो और उनका वर्तमान में परिवार शहर/क्षेत्र में निवास नहीं करता हो. बताया गया है कि उक्त महिलाओं को आवश्यकतानुसार तीन वर्ष तक आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी. इनके अलावा उनके आश्रित 18 वर्ष तक की पुत्रियां व 12 वर्ष तक के पुत्र को कामकाजी माताओं के साथ रहने की स्वीकृति प्रदान की गयी है.
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जारी है भवन की तलाश
बताया गया है कि ”सखी निवास” के संचालन के लिए जिला प्रशासन द्वारा किराए पर व्यवस्थित भवन की तलाश की जा रही है. संबंधित भवन में जितनी व्यवस्थाएं खोजी जा रही हैं, वैसा भवन मिलना कठिन हो रहा है. यही कारण है कि पूर्व में दो बार भवन के लिए सूचना प्रकाशित किए जाने के बावजूद कोई भी व्यक्ति पूरी सुविधा से सुसज्जित भवन उपलब्ध कराने के लिए आगे नहीं आया है. इस कारण डीएम रिची पांडेय के स्तर से किराए पर भवन के लिए तीसरी बार सूचना निर्गत किया गया है.
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