रिपोर्ट नहीं भेजे जाने के कारण किसानों को नहीं मिलेगा अनुदान का लाभ
स्थानीय किसान भवन में संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा की बैठक अध्यक्ष पारसनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई.
रीगा. स्थानीय किसान भवन में संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा की बैठक अध्यक्ष पारसनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान कहा गया कि बीएओ की लापरवाही एवं किसान-मजदूर विरोधी सोच के कारण प्रखंड क्षेत्र के हजारों किसान-मजदूर वर्षा, बाढ़ एवं मोंथा तूफान से फसल की भारी बर्बादी के बावजूद सरकार के फसल क्षति एवं इनपुट अनुदान का लाभ नही ले सकेंगे. इसका कारण रीगा बीएओ द्वारा अब तक फसल क्षति का रिपोर्ट जिला को नहीं भेजा जाना है, जो आपदा पीड़ित खेतीहरों के साथ क्रूर मजाक है. लगातार आपदाग्रस्त प्रखंड का यही दुर्भाग्य रहा है कि यहां के किसान-मजदूर सरकारी अनुदान के लाभ से वंचित होते रहे है. हालात यह है कि भारी वर्षा, मोंथा तूफान एवं पुरानी धार मनुष्मारा के बाढ़ की पानी से संपूर्ण प्रखंड प्रभावित हुआ. पानी में डूबने से धान संड़कर बर्बाद हुआ. शेष धान मजदूर रखकर भारी खर्चा से पानी में हीं काटा जा रहा है, जिससे लागत भी ऊपर नही हो सका है. अब भी रीगा प्रथम, रीगा द्वितीय, कुसमारी, रेबासी, सिराहीं समेत अन्य पंचायतों में जल जमाव के कारण पानी खेतों में देखा जा सकता है तथा खेतों में दलहन-तेलहन एवं गेहूं फसल की भी संभावना क्षीण हो गई है. संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा, प्रखंड इकाई ने डीएम को आवेदन देकर आग्रह किया है कि प्रखंड की फसल क्षति रिपोर्ट शीघ्र भेज कर किसान-मजदूरों को अनुदान दिलाई जाए. साथ हीं बीएओ को रीगा से स्थानांतरित कर सेवामुक्ति की कार्रवाई की जाए. बैठक में संजीव कुमार चौधरी, शंकर मंडल, नागेंद्र बैठा, मोहन राम, कौशल किशोर सिंह, नथुनी पटेल व रामजन्म गिरी लक्ष्मी पटेल समेत अन्य मौजूद थे.
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