शहर से सटे पिपरा खंधा बधार में चल रहा शराब निर्माण का धंधा

शेखपुरा : जिले में चुलाई शराब के कारोबार ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी तेजी से अपना पांव पसार रहा है. शराब का यह कारोबार पिछले कुछ महीनों से शहर से सटे हसनगंज गांव के पिपरा खंधा बधार में देखने को मिल रहा है. यहां प्रत्येक दिन दोपहर के 2:00 बजे से ही […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 10, 2019 7:02 AM

शेखपुरा : जिले में चुलाई शराब के कारोबार ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी तेजी से अपना पांव पसार रहा है. शराब का यह कारोबार पिछले कुछ महीनों से शहर से सटे हसनगंज गांव के पिपरा खंधा बधार में देखने को मिल रहा है.

यहां प्रत्येक दिन दोपहर के 2:00 बजे से ही शराब कारोबार का बाजार सजने लगता है. शराब कारोबार के इस बढ़ते दायरे ने वहां के किसान और महिला मजदूरों के समक्ष परेशानी खड़ी कर दी है. खासकर महिला मजदूर क्षेत्र के खेती से जुड़े कारोबार के लिए अपनी दूरी बना रहे हैं.
ऐसी परिस्थिति में किसानी की व्यवस्था पर तो प्रभाव पड़ ही रहा है. साथ ही क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं की संभावना भी बढ़ने लगी है. स्थानीय जानकारों की मानें तो पिपरा खंधा के दक्षिणी क्षेत्र में पढ़ने वाले बधार के अलंगों पर दर्जनों शराब कारोबारी जहां शराब चुलाने के कारोबार को अंजाम दे रहे हैं.
वहीं दोपहर के 2:00 बजे से ही शराब की धड़ल्ले से बिक्री शुरू हो जाती है. शराब पीने वाले मजदूर वर्ग के लोगों का प्रत्येक दिन के दोपहर से ही मेला लगना शुरू हो जाता है. स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि शराब बनाने के कारोबार के खिलाफ कई बार स्थानीय थाना और उत्पाद विभाग के अधिकारियों को सूचना से अवगत कराया गया है. लेकिन इस दिशा में कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है.
लंबे अरसे से चल रहे इस कारोबार पर कार्रवाई की तो दूर, स्थानीय कारोबारी पुलिस और उत्पाद की टीम से साठ गांठ होने का दावा कर रहा है. ऐसी परिस्थिति में स्थानीय किसान और ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
शराब के खुलेआम हो रहे कारोबार से लेकर हसनगंज गांव की महिलाएं खास तौर पर खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. ऐसी परिस्थिति में स्थानीय किसानों ने जिलाधिकारी इनायत खान एवं एसपी दयाशंकर से बधार में हो रहे शराब के कारोबार के खिलाफ कार्रवाई के लिए गुहार लगायी है.

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