एनिमिया मिटाने में रुचि नहीं ले रहे हैं जिले के अधिकारी

शेखपुरा : एनीमिया मुक्त भारत बनाये जाने के सरकार के महत्वाकांक्षी योजना में यहां के अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मी रुचि नहीं ले रहे. यह कार्य शिक्षा, स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी के संयुक्त समन्वयन से पूरा किया जाना है. लेकिन जिले में सभी विभागों के बीच समन्वय के नितांत अभाव के कारण जिला लक्ष्य में काफी पीछे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2019 6:55 AM

शेखपुरा : एनीमिया मुक्त भारत बनाये जाने के सरकार के महत्वाकांक्षी योजना में यहां के अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मी रुचि नहीं ले रहे. यह कार्य शिक्षा, स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी के संयुक्त समन्वयन से पूरा किया जाना है. लेकिन जिले में सभी विभागों के बीच समन्वय के नितांत अभाव के कारण जिला लक्ष्य में काफी पीछे चल रहा है. जिला प्रशासन द्वारा सोमवार को इस संबंध में समीक्षा की जा रही थी.

एनीमिया मुक्त भारत के निर्माण के अलावा जिले में खोले जाने वाले वेलनेस हेल्थ सेंटर और आयुष्मान भारत योजना में भी काफी धीमी प्रगति पायी गयी. बैठक की जानकारी देते हुए जिला स्वास्थ्य प्रबंधक शेम कुमार निर्मल ने बताया कि जिले में 06 से 59 माह के 84794 बच्चों को एनीमिया मुक्त करने के लिए दवा दिये जाने का लक्ष्य रखा गया था.
समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि अब तक इनमें से 6859 बच्चों को ही दवा दिया गया. उसी प्रकार 5-9 वर्ष आयु के 108059 बच्चों के विरुद्ध अब तक 21787 बच्चों को ही दवा दी जा सकी है. बैठक की अध्यक्षता कर रहे डीडीसी सत्येंद्र कुमार सिंह ने इस आंकड़े को गंभीरता से लिया है. उन्होंने प्रखंड स्तर पर सही संबंधित विभागों को बीडीओ ने नेतृत्व में समन्वय बना कर इस योजना में गति लाने का आदेश दिया.
आगामी बैठक में इस टास्क को पूरा नहीं किये जाने पर कार्रवाई की चेतावनी जारी की गयी है. इसी प्रकार वेलनेस सेंटर खोले जाने के लिए अब तक सूची तैयार नहीं किये जाने पर भी नाराजगी प्रकट की गयी. बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना के तहत मंगलवार से जिले के सभी पंचायतों में शिविर लगाकर इस योजना के लाभुकों को गोल्डेन कार्य बनाकर दिया जायेगा.