नाम जुड़वाने से वंचित लोगों ने किया जाम

शेखपुरा : पैक्स के चुनाव के लिए मतदाता सूची में नाम जुड़वाने से वंचित लोगों ने बुधवार को नगर क्षेत्र के बाइपास में सड़क यातायात घंटों जाम रखा. नाम नहीं जुड़वाने से आक्रोशित लोगों ने बाइपास स्थित सहकारिता कार्यालय में तालाबंदी कर नारेबाजी की. बाद में पुलिस ने आकर मामला शांत कराया. सड़क पर यातायात […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 17, 2019 8:56 AM

शेखपुरा : पैक्स के चुनाव के लिए मतदाता सूची में नाम जुड़वाने से वंचित लोगों ने बुधवार को नगर क्षेत्र के बाइपास में सड़क यातायात घंटों जाम रखा. नाम नहीं जुड़वाने से आक्रोशित लोगों ने बाइपास स्थित सहकारिता कार्यालय में तालाबंदी कर नारेबाजी की.

बाद में पुलिस ने आकर मामला शांत कराया. सड़क पर यातायात चालू कराया और कार्यालय में बंधक लोगों को भी राहत पहुंचायी. सदर थाना पुलिस के साथ सदर अंचलाधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच कर स्थिति को काबू में किया. हंगामा और आंदोलन करने वालों में सदर प्रखंड के महसार और अरियरी प्रखंड के हजरतपुर मडरो के महिला और पुरुष शामिल थे.
लोगों ने आरोप लगाया कि पैक्स मतदाता सूची में नाम जोड़ने के आवेदन को उनके पैक्स अध्यक्ष ने अकारण खारिज कर दिया था. बाद में पटना उच्च न्यायालय के आदेश से सभी खारिज आवेदन को सुनवाई के लिए जिला सहकारिता पदाधिकारी को अधिकृत किया गया था. जिले में इस प्रकार के कुल 27 सौ आवेदन पर सुनवाई के बाद आदेश पारित किया जाना था.
इसी क्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी ने इन लोगों ने आवेदन पर सुनवाई के बाद उसे सही पाकर प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को सभी के नाम सहकारिता बैंक भेजने का आदेश दिया था. सहकारिता बैंक में लोग सदस्यता शुल्क जमा कर सदस्य बन सकते थे. परंतु सदर प्रखंड शेखपुरा और अरियरी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी ने वरीय अधिकारी के आदेश को धता बताते हुए सूची के बदले केवल संख्या भेज दी. इसी पर लोगों का गुस्सा फुट पड़ा.
प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी पर कार्रवाई
जिला सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार शर्मा ने विवाद उत्पन्न करने वाले दोनों प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्णय लिया है.
उन्होंने तत्काल दोनों के वेतन निकासी पर रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. साथ ही उन्होंने दोनों की सेवा समाप्ति और प्रशासनिक और अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए विभाग को लिख दिया है. जिला सहकारिता पदाधिकारी ने प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी के कार्यों को दुस्साहसपूर्ण बताया. उन दोनों के कार्यों की कड़ी आलोचना की. दोनों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की सिफारिश कर दी.

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