ठनका गिरने से बीएसएनएल का मुख्य एक्सचेंज क्षतिग्रस्त

शेखपुरा : दोपहर में अचानक ठनका गिरने से बीएसएनएल का मुख्य एक्सचेंज क्षतिग्रस्त हो गया. जोर के धमाके के साथ गिरी आकाशीय बिजली के कारण एलआइसी की लीज लाइन और कोर्ट के फ्रेंक्लिन मशीन का मॉडम भी क्षतिग्रस्त हो गया. हालांकि इस भीषण ठनका के समय बारिश की एक बूंद भी नहीं पड़ रही थी.... […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2019 4:47 AM

शेखपुरा : दोपहर में अचानक ठनका गिरने से बीएसएनएल का मुख्य एक्सचेंज क्षतिग्रस्त हो गया. जोर के धमाके के साथ गिरी आकाशीय बिजली के कारण एलआइसी की लीज लाइन और कोर्ट के फ्रेंक्लिन मशीन का मॉडम भी क्षतिग्रस्त हो गया. हालांकि इस भीषण ठनका के समय बारिश की एक बूंद भी नहीं पड़ रही थी.

अचानक हुई इस घटना ने बीएसएसएल को भारी नुकसान पहुंचाया है. इस भारी नुकसान के बाद बीएसएनएल क्षति को दुरुस्त करने में लग गया है. हालांकि इस क्षति को दुरुस्त करने में सरकारी टेलीफोन कंपनी को बहुत समय और साधन लगाना होगा.
इस संबंध में जानकारी देते हुए बीएसएनएल के सहायक अभियंता कुमार संजीव ने बताया कि इस संबंध में पूरी जानकारी मुंगेर स्थित बीएसएनएल टेलीफोन प्रबंधक को दे दी गयी है. इसके साथ ही इसके दुरुस्त करने के प्रयास भी शुरू कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि दोपहर में अचानक जोर से एक बड़ा धमाका हुआ. धमाके के बाद बीएसएनएल के मुख्य एक्सचेंज का कई पार्ट्स जलकर नष्ट हो गये. धमाके के बाद इस मुख्य एक्सचेंज में हुई क्षति का आकलन किया जा रहा है. फ़िलहाल बीएसएनएल की लैंड लाइन और ब्रौड बैंड सेवा को बहाल करना प्राथमिकता में सबसे ऊपर है.
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 18 जून 2014 को भी आकाशीय बिजली के कारण इस मुख्य एक्सचेंज को भारी नुकसान उठाना पड़ा था दोपहर में गिरी ठनका और उस समय हुए जोरदार धमाका से नगर क्षेत्र दहल गया. बड़ी संख्या में बाजार कार्य से आये लोगों में दहशत फैल गया.
न्यायालय कार्य से आये लोग भी न्यायालय परिसर में इधर- उधर भागने लगे. न्यायालय परिसर के पेड़ पर डेरा डाले बड़ी संख्या में पक्षी भी उड़ने लगे. लोग एक दूसरे से इस भीषण धमाका के बारे में जनकारी लेने में जुट गये. हालांकि किसी को यह पता नहीं चल सका कि आकाशीय बिजली कहां पर गिरी.
सभी ने एक जोरदार धमाका सुनने और उससे डर जाने की बात बतायी. हालांकि इस जोरदार ठनके के धमाके के बाद किसी जान के नुकसान का समाचार नहीं है.
लोगों को आश्चर्य इस लिए भी हो रहा था कि इस दौरान बारिश की एक बूंद भी धरती पर नहीं गिर रही थी. बड़ी देर तक लोग इस भीषण धमाका के बारे में चर्चा करते रहे.