बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ सामाजिक अभियान

शेखपुरा : डीएम इनायत खान ने कहा है कि बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ सरकारी अभियान नहीं है. यह पूरी तरह सामाजिक अभियान है. इस अभियान में हम सभी को शामिल होकर लड़का और लड़की के बीच के भेदभाव को मिटाना है. डीएम सोमवार को यहां बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ अभियान के लिए जिला टास्क फोर्स के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2019 2:51 AM

शेखपुरा : डीएम इनायत खान ने कहा है कि बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ सरकारी अभियान नहीं है. यह पूरी तरह सामाजिक अभियान है. इस अभियान में हम सभी को शामिल होकर लड़का और लड़की के बीच के भेदभाव को मिटाना है. डीएम सोमवार को यहां बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ अभियान के लिए जिला टास्क फोर्स के बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं.

इस बैठक में एसपी दयाशंकर, सिविल सर्जन डॉ वीर कुंवर सिंह के अलावा महिला विकास निगम, यूनिसेफ, आइसीडीएस आदि के पदाधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. बैठक की जानकारी देते हुए जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी सत्येंद्र प्रसाद ने बताया कि इस बैठक में सभी को सम्मिलित रूप से जागरूकता पैदा करने पर जोर दिया गया.
बेटा-बेटी में भेद मिटाएं : बेटा और बेटी में अंतर समझने वाले सामाजिक बुराई को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने का निर्णय लिया गया. बैठक में मौजूद सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि जिले में कितने क्लिनिक पर अल्ट्रासाउंड की जा रही है, उसकी सूची तैयार कर टास्क फोर्स को उपलब्ध कराएं तथा बिना अनुमति या लाइसेंस के संचालित ऐसे क्लिनिक पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है.
बैठक में बताया गया कि ऐसे क्लिनिक पर लिंग जांच का अंदेशा बना रहता है, जिससे बाद में भ्रूण हत्या का भी समाचार आता है. बैठक में केंद्र और राज्य सरकार के बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ के सभी योजना का लाभ सुलभता से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. इस संबंध में लोगों के बीच इन कार्यक्रमों का लाभ लेने के लिए भी जागरूक करने पर बल दिया गया.