पांच वर्ष तक के बच्चों को आज से दिया जायेगा रोटा वायरस वैक्सीन
प्रेस वार्ता में बोले सिविल सर्जन... डॉ धनेश कुमार सिंह, पूरी तरह सुरक्षित है रोटा वायरस वैक्सीन शिवहर : सिविल सर्जन डॉ धनेश कुमार सिंह ने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि तीन जुलाई से प्रतिरक्षण स्थलों पर रोटा वायरस वैक्सीन बच्चों को दिया जायेगा. कहा कि शून्य से पांच वर्ष तक […]
प्रेस वार्ता में बोले सिविल सर्जन
डॉ धनेश कुमार सिंह, पूरी तरह सुरक्षित है रोटा वायरस वैक्सीन
शिवहर : सिविल सर्जन डॉ धनेश कुमार सिंह ने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि तीन जुलाई से प्रतिरक्षण स्थलों पर रोटा वायरस वैक्सीन बच्चों को दिया जायेगा.
कहा कि शून्य से पांच वर्ष तक बच्चों में मृत्यु का प्रमुख कारण डायरिया होता है. बताया कि करीब 40 प्रतिशत बच्चों में डायरिया का कारण रोटा वायरस होता है. रोटा वायरस के कारण बच्चा डायरिया रोग से संक्रमित हो जाता है. जिसमें दस्त के अलावे बच्चा पेट में दर्द, उल्टी व बुखार से भी पीड़ित हो जाता है.
कहा कि रोटा वायरस जनित डायरिया का कोई इलाज मेडिकल साइंस में नहीं है. इसके रोकथाम के लिए टीकाकरण ही एक मात्र उपाय है. कहा कि रोटा वायरस जनित डायरिया में बच्चों के मल एवं उल्टी में भारी मात्रा में वायरस निकलता है. जिससे अन्य बच्चे भी संक्रमित हो सकते हैं. यह वायरस सतह या कपड़ों पर भी कई घंटों तक जीवित रह सकता है. इससे भी संक्रमण की आशंका रहती है.
बताया कि रोटा वायरस वैक्सीन डेढ़ माह पर प्रथम खुराक व एक एक माह के अंतराल पर दूसरी व तिसरी खुराक दी जाती है. यह टीका अन्य टीकाकरण के साथ देने पर भी सुरक्षित है. बताया कि करीब 96 देशों में रोटा वायरस टीकाकरण कार्यक्रम संचालित है. इस देशों में टीकाकरण के बाद इस तरह के डायरिया में कमी आयी है.
भारत के 11 राज्यों में रोटा वायरस टीकाकरण कार्यक्रम प्रारंभ किया जा चुका है. फरवरी 2019 तक चार करोड़ से अधिक बच्चों को रोटा वायरस का टीका दिया जा चुका है. यह पूरी तरह से सुरक्षित है. मौके पर डीआइओ डॉ एके झा, एनएसआइ पदाधिकारी डॉ सुरेश राम,अस्पताल अधीक्षक डॉ मानेश्वर पासवान, एसएमसी यूनिसेफ संजीत रंजन, बीएमसी शशिरंजन चौधरी समेत अन्य मौजूद थे.
