पंजीकरण की नियमित समीक्षा होगी अनिवार्य

आइसीडीएस निदेशक ने जारी किये दिशा-निर्देश... वीएचएसएनडी पर जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण करना होगा अनिवार्य शिवहर : स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार के लिए जन्म एवं मृत्यु का ब्योरा अनिवार्य होता है. इसके लिए आइसीडीएस निदेशक आलोक कुमार ने राज्य के सभी आइसीडीएस जिला कार्यक्रम अधिकारियों को पत्र लिखकर इसके विषय में दिशा निर्देश जारी किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2019 1:36 AM

आइसीडीएस निदेशक ने जारी किये दिशा-निर्देश

वीएचएसएनडी पर जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण करना होगा अनिवार्य
शिवहर : स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार के लिए जन्म एवं मृत्यु का ब्योरा अनिवार्य होता है. इसके लिए आइसीडीएस निदेशक आलोक कुमार ने राज्य के सभी आइसीडीएस जिला कार्यक्रम अधिकारियों को पत्र लिखकर इसके विषय में दिशा निर्देश जारी किया है.
वीएचएसएनडी पर जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण अनिवार्य : पत्र के माध्यम से बताया गया है कि पूर्व में विकास आयुक्त की अध्यक्षता में संपन्न जीवनांक सांख्यिकी से संबंधित राज्य स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय बैठक में नियमित रूप से ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस(वीएचएसएनडी) पर आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा जन्म एवं मृत्यु का पंजीकरण करना अनिवार्य किया गया था. लेकिन इसके संबंध में निर्देश के अनुपालन में कमी देखी गयी है.
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण के साथ इसकी नियमित समीक्षा भी होना अनिवार्य है. इसमें प्रगति लाने के लिए सभी जिलों के जिला कार्यक्रम अधिकारी आइसीडीएस को निर्देशित किया गया है. साथ ही जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण को शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने एवं इसकी नियमित समीक्षा कर रिपोर्ट को जिले के संबंधित शाखा में जमा करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण के साथ इसकी नियमित समीक्षा भी होना अनिवार्य है. इसमें प्रगति लाने के लिए सभी जिलों के जिला कार्यक्रम अधिकारी आइसीडीएस को निर्देशित किया गया है. साथ ही जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण को शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने एवं इसकी नियमित समीक्षा कर रिपोर्ट को जिले के संबंधित शाखा में जमा करने के भी निर्देश दिए गए हैं.