sasaram News : सिकरियां के ग्रामीणों ने किया वोट बहिष्कार का एलान
काराकाट विधानसभा क्षेत्र के बिक्रमगंज नगर से सटे सिकरियां गांव के लोगों का सब्र आखिर टूटा
बिक्रमगंज. काराकाट विधानसभा क्षेत्र के बिक्रमगंज नगर से सटे सिकरियां गांव के लोगों का सब्र आखिर टूट गया. विकास की उम्मीदें जब केवल वादों तक सीमित रह गयी, तो इस गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने इस बार मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया. ग्रामीणों का कहना है “जब तक बिक्रमगंज काव नदी पर पुल नहीं बनेगा, तब तक एक भी वोट नहीं पड़ेगा. विडंबना यह है कि यह गांव कुशवाहा बहुल है, और काराकाट की राजनीति में लंबे समय से कुशवाहा समाज का दबदबा रहा है. बीते पांच वर्षों से महागठबंधन के विधायक अरुण सिंह कुशवाहा इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वहीं, एनडीए प्रत्याशी महाबली सिंह और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा दोनों ही इसी क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं. इसके बावजूद सिकरियां गांव के लोगों को आज भी बिक्रमगंज आने-जाने के लिए सिर्फ आधा किलोमीटर की दूरी तय करने में पांच किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है, क्योंकि काव नदी पर आज तक पुल नहीं बन सका. भाजपा नगर अध्यक्ष नागेश्वर कुशवाहा, ग्रामीण मंटू सिंह कुशवाहा, राज नारायण सिंह सहित गांव के महिला-पुरुषों ने काव नदी पर बने उसी चचरी पुल पर एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और वहीं से वोट बहिष्कार की घोषणा की. ग्रामीणों का कहना है कि सिकरियां गांव के तीन मतदान केंद्रों पर करीब 1500 मतदाता हैं, लेकिन इस बार इनमें से कोई भी मतदान नहीं करेगा.
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