sasaram News : सात बार चुनाव लड़ने वाले डॉ अशोक व कई क्षेत्रों के बागी हाथी की कर सकते हैं सवारी
गठबंधन की राजनीति के मारे हुए विभिन्न दलों के नेता इस बार के विधानसभा चुनाव में हाथी की सवारी करेंगे
जीतेंद्र कुमार पासवान, सासाराम सदर
गठबंधन की राजनीति के मारे हुए विभिन्न दलों के नेता इस बार के विधानसभा चुनाव में हाथी की सवारी करेंगे. गठबंधन की पार्टियों से इतर बहुजन समाज पार्टी अभी तक अकेला ऐसा दल दिख रहा है, जिसके लिए अंतिम समय तक बागियों के लिए दरवाजे खुले रहेंगे. हालांकि, करगहर व काराकाट में बसपा ने अपने उम्मीदवार क्रमश: उदय प्रताप सिंह और वंदना राज की घोषणा कर दी है. पर, सोमवार को बदले राजनीतिक परिदृश्य के बाद दिनारा, सासाराम, चेनारी, नोखा और डेहरी विधानसभा क्षेत्रों में भी दूसरे दलों के बागी बसपा में शामिल हो सकते हैं. इसी परिप्रेक्ष्य में विभिन्न दलों से सात बार विधानसभा चुनाव और एक बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके डॉ अशोक कुमार ने जदयू से टिकट नहीं मिलने पर बसपा के हाथी की सवारी करने का संकेत दिया है. वैसे, तो सोशल मीडिया पर बसपा का दुपट्टा डाले उनकी तस्वीर वायरल हो रही है. जिसकी प्रभात खबर पुष्टि नहीं करता है. उन्होंने कहा कि कल मंगलवार को सब कुछ साफ हो जायेगा. गौरतलब हो कि डॉ अशोक कुमार पहली बार सासाराम विधानसभा क्षेत्र में 1995 में जनता दल की टिकट पर चुनाव लड़े थे और हार गये थे. दूसरी बार 2000 में राजद के टिकट पर लड़े और जीत गये. तीसरी बार 2005 फरवरी राजद के टिकट पर फिर लड़े और हार गये. 2005 अक्तूबर के चुनाव में चौथी बार राजद के टिकट से लड़े और हार गये. 2010 के चुनाव में फिर राजद ने उन पर भरोसा जताया, टिकट दिया पर हार गये. 2015 में राजद ने फिर उन्हें लड़ाया और इस बार उन्हें सफलता मिल गयी. 2020 के चुनाव में राजद से पलटी मार जदयू में शामिल हुए थे. जदयू ने उन्हें अपना टिकट दिया था, लेकिन वे राजद के राजेश कुमार गुप्ता से हार गये थे. इस बार संभावना है कि डॉ अशोक कुमार बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
