करगहर सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व बीएचम के वेतन पर रोक
सिविल सर्जन डाॅ मणिराज रंजन ने शुक्रवार को सीएचसी करगहर व देवखैरा स्थित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का औचक निरीक्षण किया.
करगहर. सिविल सर्जन डाॅ मणिराज रंजन ने शुक्रवार को सीएचसी करगहर व देवखैरा स्थित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का औचक निरीक्षण किया. कार्यों में लापरवाही व नियमित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपस्थित नहीं रहने के मामले में सज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन ने करगहर सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ चंदन कुमार व बीएचम रितेश कुमार स्वरूप के वेतन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया. इस बाबत सिविल सर्जन ने कहा कि औचक निरीक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और बीएचम बगैर सूचना के अनुपस्थित पाये गये. इसी क्रम में सिविल सर्जन ने हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर देवखैरा का भी स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया, जहां कई प्रकार की खामियां पायी गयी. उन्होंने कहा कि सीएचसी करगहर परिसर में मानक के अनुरूप साफ सफाई नहीं पायी गयी. सीएचसी परिसर के दक्षिणी छोर में काफी गंदगी पाया गया. अस्पताल के मेन गेट के समीप भी गंदगी पायी गयी. अस्पताल परिसर में साफ सफाई के लिए जितनी मैन पावर की जरूरत है, उतने लोगों की तैनाती संवेदक द्वारा नहीं की गयी है. यही नहीं बिजली कट जाने के बाद जेनरेटर सप्लाई पर सीएचसी एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड का कार्य भी बंद हो जाता है. इसकी सूचना कभी भी बीएचम द्वारा वरिय अधिकारियों को नहीं दी गयी. उन्होंने कहा की सीएचसी में हाथ से बनाये गये जन्म प्रमाणपत्र को डिजिटल करने के नाम पर कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा लोगों से प्रति जन्म प्रमाणपत्र पर पांच सौ रुपये मागें जाने की भी शिकायत बहुत दिनों से मिल रही थी. इस पर भी संबंधित अधिकारियों की तरह से ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि फिलहाल दोनों जिम्मेदार लोगों के वेतन पर रोक लगाते हुए इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा की जायेगी. ……औचक निरीक्षण में लचर व्यवस्था देखकर सिविल सर्जन ने जतायी नाराजगी
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