स्वदेशी उत्पाद के प्रति लोगों का बढ़ रहा रूझानः सुधीर शर्मा
स्वदेशी उत्पाद के प्रति लोगों का बढ़ रहा रूझानः सुधीर शर्मा
शिल्प उत्सव मेला में जुट रही ग्राहकों की भीड़ सहरसा. देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए स्वदेशी उत्पाद को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पटेल मैदान में पिछले 15 नवंबर से शिल्प उत्सव मेला का आयोजन किया जा रहा है. मेला के संयोजक सुधीर शर्मा ने बताया कि स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री को बढ़ाने के लिए देसी उत्पाद द्वारा हस्त निर्मित वस्तुओं की बिक्री की जा रही है. सात दिसंबर तक चलने वाले इस मेले में देश के विभिन्न राज्यों से स्वदेशी उत्पाद की जमकर बिक्री हो रही है. उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में खादी, हैंडलूम व हैंडीक्राफ्ट जैसे स्वदेशी वस्तुओं का प्रदर्शनी व बिक्री की जा रही है. इसमें 16 राज्यों से शिल्प कारीगर शिल्प उत्सव मेला में भाग ले रहे हैं. इस शिल्प उत्सव मेला में खादी निर्मित गर्म कपड़े, ऊनी कपड़े, स्वेटर,साल,बंडी, कुर्ता शर्ट की विशेष मांग हो रही है. उन्होंने कहा कि यह मेला अब अंतिम चरण में है जिसमें कुछ दिन ही शेष बचें हैं. जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र से लोग बड़ी संख्या में पहुंचकर स्वदेशी वस्तुओं की खरीदारी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस मेले में लकड़ी से बने फर्नीचर, खिलौने एवं खादी ग्रामोद्योग द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक दवाई की विशेष मांग हो रही है. देहरादून से आये पारस आयुर्वेदिक संस्था के प्रतिनिधि अतुल त्रिवेदी ने बताया कि स्वदेशी उत्पाद को जन-जन तक पहुंचने के लिए खादी ग्रामोद्योग बोर्ड एवं शिल्प मेला के तहत भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों में अपनी दुकान लगाकर लोगों को फायदा पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा भी स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग पर विशेष जोर दिया जा रहा है. स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है. उन्होंने कहा कि स्वदेशी वस्तुएं गुणवत्ता व सस्ते दर के लिए प्रसिद्ध माना गया है. भारत सरकार द्वारा स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री के लिए किया गया प्रयास काफी प्रशंसनीय व सराहनीय है. जिससे यहां के लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है.
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