राजस्व महाअभियान शुरू, घर घर जाकर अधिकारी करेंगे दस्तावेजों की जांच
पूर्णिया
पूर्णिया. जमीन और जमाबंदी से जुड़े रिकॉर्ड को दुरुस्त करने के लिए शनिवार से राजस्व महाअभियान की शुरुआत हो गयी है. यह महाअभियान 20 सितंबर तक चलेगा. इस दौरान राजस्व विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों के जमीन से जुड़े कागजातों की जांच करेगी और जरूरी सुधार करेगी. इस अभियान के तहत जिलों और प्रखंडों में शिविर लगाये गये हैं. मौके पर ही लोगों के आवेदन की प्राथमिक एंट्री की जाएगी. डीएम अंशुल कुमार ने सभी अधिकारियों को इस अभियान को सफल बनाने का निर्दश दिया है.
क्या-क्या होगा महाअभियान में?
ऑनलाइन जमाबंदी में त्रुटियों को सुधारना: अगर आपकी ऑनलाइन जमाबंदी (डिजिटाइज़्ड) में नाम, खाता, खेसरा, रकबा (क्षेत्रफल) या लगान (टैक्स) जैसी कोई भी त्रुटि है तो उसे ठीक कराया जा सकता हैउत्तराधिकार नामांतरण: अगर किसी जमाबंदी रैयत (ज़मीन के मालिक) की मृत्यु हो गई है, तो उनके उत्तराधिकारियों के नाम वंशावली के आधार पर जमाबंदी कराई जाएगी.
बंटवारा नामांतरण: संयुक्त जमाबंदी (एक से ज़्यादा लोगों के नाम पर ज़मीन) के मामले में, आपसी सहमति या रजिस्टर्ड बँटवारे के आधार पर हिस्सेदारों के नाम से अलग-अलग जमाबंदी की जाएगी.छूटी हुई जमाबंदियों को ऑनलाइन करना: जिन जमाबंदियों को अभी तक ऑनलाइन नहीं किया गया है। उन्हें भी इस अभियान के तहत डिजिटाइज़ किया जाएगा.जरूरी पड़ सकती है ये दस्तावेज
यदि जमीन अभी भी पूर्वजों के नाम पर दर्ज है और उसे अपने नाम पर करवाना है तो मृत्यु प्रमाण पत्र अनिवार्य होगा. इसके साथ वंशावली और संबंधित खाता-खेसरा व रकबा की जानकारी भी देनी होगी. महाअभियान को सफल बनाने के लिए अच्छे काम करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को अंचल, जिला और राज्य तीन स्तरों पर सम्मानित किया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
