उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी में भूकंप! प्रदेश के नेताओं के लिए लिया बड़ा फैसला 

Upendra Kushwaha की पार्टी ने बड़ी राजनीतिक निर्णय ली है. प्रदेश और जिले के नेताओं के लिए उन्होंने एक आदेश जारी किया है. आइए बताते हैं क्या है पूरा मामला ? 

By Nishant Kumar | November 30, 2025 8:07 PM

Upendra Kushwaha Party RLM News: राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेन्द्र कुशवाहा ने कोर कमेटी की बैठक में बड़ा निर्णय लिया है. उन्होंने पार्टी के प्रदेश इकाई, सभी प्रकोष्ठ और जिला इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. उन्होंने यह फैसला कोर कमेटी के साथ हुई बैठक में लिया है. 

बस पांच लोग चलाएंगे पार्टी 

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता फजल इमाम मलिक ने बताया कि फिलहाल पार्टी को चलाने के लिए पांच सदस्यों की कमेटी गठित की गई है. इस कमेटी के संयोजक मदन चौधरी को बनाया गया है. मुकेश चंद्रवंशी, प्रशांत पंकज, हिमांशु पटेल और आर. के. सिन्हा समिति के सदस्य बनाये गए हैं. 

बैठक में शामिल रहे ये लोग 

बैठक में विधायक माधव आनंद, आलोक सिंह, रामपुकार सिन्हा, जंगबहादुर सिंह, अंगद कुशवाहा, ठाकुर धर्मेन्द्र सिंह, बजेन्द्र पप्पू, चन्दन बागची, सुकुल राम और स्मृति कुमुद शामिल थे. बिहार में RLM के 4 विधायक हैं. इसमे उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता रोहतास जिले के सासाराम से विधायक हैं. रोहतास जिले के ही दिनारा विधानसभा से अलोक कुमार सिंह और सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी से रामेश्वर कुमार महतो विधायक हैं.

कई नेताओं ने दिया था इस्तीफा

हाल ही में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ सहित कई नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ के अलावा इस्तीफा देने वालों में प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता राहुल कुमार और कई अन्य नेता भी शामिल हैं. सभी ने अपने-अपने त्यागपत्रों में पार्टी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा की कार्यशैली पर सवाल उठाए.

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने क्या कहा ?

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ ने अपने पत्र में कहा था, “मैं लगभग 9 वर्ष से आपके साथ काम कर रहा हूं लेकिन अब कई राजनीतिक और सांगठनिक निर्णयों से स्वयं को जोड़ नहीं पा रहा हूं. ऐसी स्थिति में अब साथ काम करना संभव नहीं रह गया है इसलिए पार्टी की अपनी जिम्मेदारी और प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देना ही उचित है.”

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प्रदेश के महासचिव ने भी दिया था इस्तीफा

इसके साथ ही प्रदेश महासचिव राहुल कुमार ने अपने इस्तीफे में लिखा कि पार्टी द्वारा हाल में लिए गए कई निर्णयों से वे असहज हैं, जिन्हें वे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस्तीफा देने वाले कई नेता विधानसभा चुनाव में हुई उपेक्षा से भी नाराज थे.