मॉनसून सत्र : बाढ़ को लेकर सदन में बोले मुख्यमंत्री, अब तक 26 लोगों की हुई मौत, राहत और बचाव कार्य जारी

पटना : बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में बाढ़ को लेकर सदन में जवाब दिया. उन्होंने सदन को बताया कि बिहार में बाढ़ के कारण अब तक 25 लोगों की मौतें हुई हैं. बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए राहत कार्य चलाये जा रहे हैं. साथ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 16, 2019 12:54 PM

पटना : बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में बाढ़ को लेकर सदन में जवाब दिया. उन्होंने सदन को बताया कि बिहार में बाढ़ के कारण अब तक 25 लोगों की मौतें हुई हैं. बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए राहत कार्य चलाये जा रहे हैं. साथ ही कहा कि जरूरत पड़ी, तो और राहत शिविर खोले जायेंगे.

मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे करीब एक लाख से अधिक लोगों को अब तक प्रभावित इलाकों से निकाला गया है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की 26 टीमों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से करीब सवा लाख लोगों को सुरक्षित बचा लिया है. साथ ही 199 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं, करीब 676 सामुदायिक रसोईघर स्थापित किये गये हैं. ऐसे और कदम उठाये जायेंगे.

उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण 335 ग्रामीण पथ क्षतिग्रस्त हो गया है. यातायात बहाल करने के लिए पथ निर्माण विभाग को निर्देश दे दिया गया है. प्रभावित इलाकों में ओआरएस और डायरिया की दवा का वितरण किया जा रहा है. राहत और बचाव के लिए विशेष निर्देश दिये गये हैं. मवेशियों के लिए चारे की भी व्यवस्था की गयी है. कमला नदी का खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, कोसी नदी में 15 सालों के बाद इतना अधिक पानी आया है. फसल नुकसान और मवेशियों की मौत पर मुआवजा दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि में बागमती नदी का तटबंध सुरक्षित है.

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