उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का होगा विलय
पटना : राज्य सरकार जल्द ही पूरे बिहार में एक ही ग्रामीण बैंक की स्थापना करने जा रही है. वर्तमान में मौजूद दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का विलय हो जायेगा. इस दोनों को मिलाकर एक बैंक ‘बिहार ग्रामीण बैंक’ की स्थापना की जायेगी. इसे लेकर विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू […]
पटना : राज्य सरकार जल्द ही पूरे बिहार में एक ही ग्रामीण बैंक की स्थापना करने जा रही है. वर्तमान में मौजूद दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का विलय हो जायेगा. इस दोनों को मिलाकर एक बैंक ‘बिहार ग्रामीण बैंक’ की स्थापना की जायेगी. इसे लेकर विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
सरकार के स्तर पर कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि एक से दो महीने में दोनों बैंकों के विलय की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी. इससे पहले दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक और मध्य बिहार ग्रामीण बैंक का विलय हो चुका है. इन दोनों का विलय होकर अब इनका नाम दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक हो गया है. इसके बाद से राज्य में अभी सिर्फ दो ग्रामीण बैंक ही बचे हैं, एक उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक और दूसरा दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक. अब इन्हें मिला कर एक करने की कवायद शुरू हो गयी है.
तीन अन्य सरकारी बैंकों का भी होना है विलय
इसके अलावा नये वित्तीय वर्ष 2019 में तीन सरकारी बैंकों का भी विलय होने जा रहा है. इसमें बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक शामिल हैं. मार्च के बाद इन तीनों को मिलाकर बैंक ऑफ बड़ौदा कर दिया जायेगा.
आने वाले समय में तीन-तीन के समूह में सरकारी बैंकों को मिलाकर या विलय करके एक-एक बनाया जायेगा. इसके बाद दोनों ग्रामीण बैंकों के विलय की बारी आयेगी. पूरे राज्य में एक ग्रामीण बैंक की स्थापना होने से इनकी मॉनीटरिंग आसान हो जायेगी. आम लोगों को बैंकिंग सुविधाएं ज्यादा सहजता से मिलेंगी. बैंकों की आपसी प्रतिस्पर्द्धा घटेगी और इनका विस्तार भी बढ़ेगा.
