महापुरुषों को जात से बांधना गलत
नवादा : देश के महापुरुषों को जातियों के आधार पर बांटना गलत है़ नेताओं ने जो देश के लिए कुर्बानी दी है, उनका बलिदान सबके लिए बराबर है़ बाबा साहब डॉ भीमराव अांबेडकर के सपनों का भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संकल्पित हैं. उन्हीं के अथक प्रयास से बाबा साहेब की जयंती पर […]
नवादा : देश के महापुरुषों को जातियों के आधार पर बांटना गलत है़ नेताओं ने जो देश के लिए कुर्बानी दी है, उनका बलिदान सबके लिए बराबर है़ बाबा साहब डॉ भीमराव अांबेडकर के सपनों का भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संकल्पित हैं. उन्हीं के अथक प्रयास से बाबा साहेब की जयंती पर पूरे देश के 21 हजार गांवों को चयनित किया गया है़ इसमें 50 प्रतिशत महादलितों की आबादी है.
उन गांवों को सरकार की सभी योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर लाभ दिया जाना है़ नवादा जिले के भी 34 गांव इसमें शामिल हैं. ये बातें बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर की जयंती पर आयोजित सामाजिक न्याय दिवस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि सब मिल कर समरसता फैलाएं. अधिकारी, जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता बाबा साहेब के सपनों साकार करने में पहल करें. सोलर चरखा में भी समरसता का रूप है. इससे लोग समृद्ध हो रहे हैं.
डीएम कौशल कुमार ने कहा कि बाबा साहेब के आदर्शों को आत्मसात करने की जरूरत है़ बाबा साहब के संदेश सर्वजन सुखाय, सर्वजन हिताय के मार्ग पर चल कर ही हमारा देश तरक्की कर रहा है़ डीडीसी एमएम कैसर सुल्तान ने कहा कि महापुरुषों में बाबा साहब एक ऐसे महापुरुष हैं, जिन्होंने हमें कानून का ज्ञान दिया है़ ऐसे लोग सूर्य के समान होते हैं. सदर एसडीपीओ विजय कुमार झा ने कहा कि बाबा साहेब में समाज को मजबूत करने व जोड़ने की असीम क्षमता थी. एनडीसी हरेंद्र राम ने कहा कि बाबा साहेब की पहल से ही छुआ-छूत जैसी कुरीति समाप्त हुई है़ एसडीओ राजेश कुमार ने कहा कि उनका नारा शिक्षित हो, संगठित हो और संर्घषरत हो को अपने अंदर आत्मसात करने की जरूरत है़ सिरदला मुखिया रामलखन प्रसाद ने कहा कि बाबा साहेब का मानना था कि गांवों में स्वराज आने से ही देश का विकास होगा़ मौके पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी डॉ सतीश चंद्र झा, भाजपा जिलाध्यक्ष शशिभूषण कुमार बब्लू, प्रो विजय कुमार सिन्हा, सांसद प्रतिनिधि बिट्टू शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, अरविंद कुमार गुप्ता, जितेंद्र कुमार बबलू तथा मनीष कुमार गोविंद आदि थे.