नालंदा : डॉक्टर ने बताया मृत, दफनाने के दौरान जीवित हो गया बच्चा

बिहारशरीफ के खैराबाद मोहल्ले का मामला परिजनों ने बच्चे को सदर अस्पताल में कराया भर्ती बिहारशरीफ (नालंदा) : ‘जाको राखो साइयां, मार सके न कोई’ वाली कहावत चरितार्थ हुई है. दरअसल, यह मामला बिहार थाने के खैराबाद मोहल्ले का है. हुआ यूं कि रिक्शा चलाने वाले पवन राम के छह माह के पुत्र दीपक सोमवार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 19, 2019 5:54 AM

बिहारशरीफ के खैराबाद मोहल्ले का मामला

परिजनों ने बच्चे को सदर अस्पताल में कराया भर्ती

बिहारशरीफ (नालंदा) : ‘जाको राखो साइयां, मार सके न कोई’ वाली कहावत चरितार्थ हुई है. दरअसल, यह मामला बिहार थाने के खैराबाद मोहल्ले का है. हुआ यूं कि रिक्शा चलाने वाले पवन राम के छह माह के पुत्र दीपक सोमवार को लू से बुरी तरह से ग्रसित हो गया.

फिर पिता ने आनन-फानन में अपने पुत्र को मोहल्ले के ही एक आरएमपी चिकित्सक से दिखाया, तो उसने बच्चे की नब्ज व धड़कन देखा, आला भी लगाया और पांच मिनट बाद मृत घोषित कर दिया. बच्चे को मृत पाकर परिजनों में कोहराम मच गया. इसके बाद बच्चे को दफनाने की पूरी तैयारी कर ली गयी और मुहल्लावासी बाबा मणिराम अखाड़ा स्थित श्मशान घाट ले गये.

सोमवार की दोपहर करीब तीन बज रहे थे. बाबा मणिराम अखाड़ा स्थित श्मशान घाट में परिजन व मुहल्लावासी कथित मृत बच्चे को दफनाने के लिए गड्ढा खोदा. फिर छह माह के मृत दीपक के शव को गड्ढ‍े में डाल दिया. इसके बाद शव के ऊपर लोग मिट्टी डालने लगे. इसी दौरान कुछ लोगों की नजर बच्चे के चेहरे पर गयी, तो देखा कि बच्चा अपने सिर को हिला रहा है. शंका के समाधान के लिए लोगों ने मिट्टी हटाकर बच्चे को गड्ढे से बाहर निकाला. धड़कन की जांच की, तो सांसें चल रही थीं.

सभी लोग भौचक हो गये व बच्चे को लेकर तुरंत भागे-भागे सदर अस्पताल पहुंचे. उसे इमरजेंसी कक्ष में लाया गया, जहां से विशेष शिशु चिकित्सा गहन केंद्र भेज दिया गया. मृत घोषित बच्चा अब वहां किलकारियां भर रहा है. इधर, घटना की सूचना पर बिहार थानाध्यक्ष दीपक कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली.

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