बिहार के इस जिले में बनेगा 3 लेन का शानदार पुल, 589 करोड़ होंगे खर्च
New Bridge in Bihar: मुजफ्फरपुर जिले में आधारभूत सुविधाओं के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. इस कड़ी में जिले के पारू प्रखंड के फतेहाबाद से सरैया प्रखंड स्थित चंचलिया तक उच्च स्तरीय पीएससी बॉक्स सेल सुपर स्ट्रक्चर पुल का निर्माण किया जाएगा. इस योजना पर 589 करोड़ 4 लाख 78 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे.
New Bridge in Bihar: मुजफ्फरपुर जिले में आधारभूत सुविधाओं के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. इस कड़ी में जिले के पारू प्रखंड के फतेहाबाद से सरैया प्रखंड स्थित चंचलिया तक उच्च स्तरीय पीएससी बॉक्स सेल सुपर स्ट्रक्चर पुल का निर्माण किया जाएगा. इस योजना पर 589 करोड़ 4 लाख 78 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे.
कैबिनेट से निर्माण को मंजूरी
राज्य कैबिनेट की बैठक में मंगलवार को इसके निर्माण को मंजूरी प्रदान की गई है. इस पुल की लंबाई 2280 मीटर और चौड़ाई 15.55 मीटर (तीन लेन) होगी. वहीं, पहुंच पथ की लंबाई 2200 मीटर है. इस भव्य पुल के निर्माण से आने वाले समय में जिले की सामाजिक और आर्थिक संरचना में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा.
सुगम व सुरक्षित होगा आवागमन
मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में पारू प्रखंड के फतेहाबाद से सारण जिले के तरैया जाने के लिए लोगों को रेवा घाट पुल होकर करीब 49 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है. पुल बन जाने के बाद यह दूरी सिर्फ 10 किलोमीटर रह जाएगी. यानी आम लोगों का 39 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर समाप्त हो जाएगा. इससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी साथ ही आवागमन भी सुगम व सुरक्षित होगा.
सिवान और सारण पहुंचना होगा आसान
इस पुल निर्माण के बाद जिले के पारू और सरैया प्रखंड सीधे सारण जिले के तरैया प्रखंड से जुड़ जाएंगे. इसके बाद जिले के लोगों का सिवान और सारण तक पहुंचना आसान हो जाएगा. इससे व्यापार, कृषि और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. किसानों को अपने उत्पाद बाजारों तक पहुंचाने में आसानी होगी. वहीं व्यापारियों के लिए माल की ढुलाई और वितरण में सुगमता आएगी. इसका लाभ करीब 5 लाख आबादी को मिलेगा.
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रोजगार और स्वरोजगार के खुलेंगे अवसर
बता दें कि गंडक नदी पर यह पुल सिर्फ एक भौगोलिक संपर्क का साधन नहीं होगा, बल्कि यह जिले के आर्थिक विकास का भी आधार बनेगा. जिले के लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के नए-नए अवसर प्राप्त होंगे. साथ ही परिवहन और पर्यटन की संभावनाओं को बल मिलेगा. साथ ही स्थानीय उद्योग-धंधों को भी नई गति मिलेगी. इससे जिले की विकास की दिशा को गति मिलेगी. गंडक नदी पर बनने वाला यह पुल न सिर्फ दो प्रखंडों को जोड़ने का कार्य करेगा, बल्कि पूरे उत्तर बिहार के लिए प्रगति का सेतु बनेगा.
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