प्रसव के सात घंटे बाद प्रसूता की मौत, परिजनों ने शव रखकर दो घंटे तक किया हंगामा

चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों पर इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप, सूचना पर पहुंचे अस्पताल प्रबंधक व कोतवाली पुलिस ने परिजनों को कराया शांत

By AMIT JHA | July 22, 2025 12:26 AM

मुंगेर. सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में रविवार की देर रात 2 बजे से 4 बजे तक अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. अस्पताल के एमसीएच ओटी में सिजेरियन प्रसव के लगभग सात घंटे बाद रात एक प्रसूता की मौत हो गयी. इसके बाद परिजनों ने चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया व शव को प्रसव केंद्र के बाहर रखकर हंगामा करने लगे. इस बीच सूचना पर पहुंचे अस्पताल प्रबंधक और कोतवाली पुलिस ने परिजनों को शांत कराया गया. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने नवजात का टीकाकरण करा परिजनों को सौंप दिया.

जमालपुर के छोटी गोविंदपुर निवासी पियूष कुमार ने अपनी पत्नी 20 वर्षीय संध्या रानी को रविवार की दोपहर 1.30 बजे प्रसव के लिए अस्पताल के प्रसव केंद्र में भर्ती कराया. रात 7.39 बजे डाॅ अलका ने संध्या रानी का सिजेरियन प्रसव कराया. इसमें संध्या रानी ने पुत्री को जन्म दिया. सिजेरियन प्रसव के बाद संध्या को एमसीएच ओटी में भर्ती कर दिया गया. इस बीच रात 8 बजे के बाद प्रसव केंद्र में डाॅ निधि ड्यूटी पर थी. प्रसव के लगभग 7 घंटे बाद 1.45 बजे संध्या रानी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. और रात लगभग 2 बजे उसकी मौत हो गयी. संध्या रानी की मौत के बाद परिजन भड़क गये और उसके शव को स्ट्रेचर पर प्रसव केंद्र के बाहर रखकर हंगामा करने लगे. इस दौरान पति पियूष कुमार ने बताया कि मेरी पत्नी ऑपरेशन के बाद ठीक थी, लेकिन रात 1.45 बजे अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गयी. वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सकों को इसके बारे में बताया गया, लेकिन सभी आराम करते रहे. उसने बताया कि उसकी पत्नी का सही समय पर इलाज होता, तो उसे बचाया जा सकता था.

परिजनों के हंगामे पर सहमे चिकित्सक व कर्मी वार्ड से बाहर निकले

प्रसूता की मौत के बाद परिजनों के हंगामे से सहमे चिकित्सक व कर्मी वार्ड से निकल कर ब्लड बैंक में चले गये. इधर हंगामे की सूचना पर अस्पताल प्रबंधक मो तौसिफ और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची. इसके द्वारा परिजनों को शांत कराया गया. अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि रात में चिकित्सक व सभी कर्मी ड्यूटी पर तैनात थे. चिकित्सक ने प्रसूता का इलाज भी किया, लेकिन उसकी मौत हो गयी.

कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक

अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ रामप्रवेश ने बताया कि रात के समय चिकित्सक और कर्मी ड्यूटी पर तैनात थे. शॉक में चले जाने के कारण प्रसूता की मौत हो गयी. मामले की जानकारी ली गयी है. हालांकि अबतक इसे लेकर परिजनों द्वारा कोई लिखित शिकायत नहीं की गयी है.

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