तीन प्रतिशत महिलाओं का एएनसी जांच अनिवार्य : सिविल सर्जन
तीन प्रतिशत महिलाओं का एएनसी जांच अनिवार्य
प्रतिनिधि, मुंगेर जिले में अब प्रत्येक माह सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम के तहत गर्भवतियों के गर्भधारण के नौ माह के दौरान किये जाने वाले सभी प्रकार के जांच को लेकर तीन बार एएनसी जांच शिविर का आयोजन किया जाना है. ऐसे में सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र अपने-अपने क्षेत्र के जनसंख्या की तीन प्रतिशत महिला आबादी का एएनसी जांच करना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही हाई रिस्क प्रेग्रेनेंसी वाली गर्भवतियों को चिन्हित कर उनका फॉलओप करना सुनिश्चित करेंगे. उक्त निर्देश सिविल सर्जन डाॅ रामप्रवेश ने सभी एचडब्ल्यूसी के सीएचओ व एएनएम को दी है. उन्होंने कहा कि सभी एचडब्ल्यूसी पर नियमानुसार प्रत्येक माह के नौ, 15 व 21 तारीख को एएनसी शिविर लगायें. साथ ही अपने-अपने क्षेत्र के जनसंख्या के तीन प्रतिशत महिला आबादी का एएनसी जांच करें. हाई रिस्क प्रेग्रेनेंसी वाली गर्भवतियों को चिन्हित कर उनका फॉलओप करें. जितनी गर्भवती एएनसी शिविर में आती है, कुल संख्या का 10 प्रतिशत एचआरपी के मामले हो सकते हैं. ऐसे में एचआरपी वाली गर्भवतियों पर विशेष ध्यान दें. इसके लिये सभी सीएचओ व एएनएम विशेष ड्राइव चलाकर गर्भवतियों की एएनसी जांच करें. इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी एचडब्ल्यूसी को ओपीडी की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया. कहा कि प्रत्येक एचडब्लसी पर प्रतिमाह कम से कम 300 ओपीडी किया जाना सुनिश्चित करें. हलांकि जून माह में एचडब्लूसी, महमदपुर जमालपुर में 289 , एचडब्लूसी जाला, संग्रामपुर में 262 तथा एचडब्लूसी देवघरा, टेटियाबंबर में 231 ही ओपीडी हुआ है. जिसमें संबंधित एचडब्ल्यूसी के सीएचओ व एएनएम सुधार लायें.
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