तेज धूप व गर्मी के बीच 48 घंटे में सदर अस्पताल पहुंचे 38 डायरिया पीड़ित मरीज

आइसोलेशन वार्ड के नाम पर बरामदे पर चल रहा इलाज, हो रही परेशानी

By Prabhat Khabar | April 29, 2024 10:31 PM

मुंगेर. चिलचिलाती धूप व गर्मी के बीच तेज पछुआ हवा ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. हाल यह है कि पूरे दिन चली गर्म हवाओं और 42 डिग्री तापमान के बीच लोग बीमार पड़ रहे हैं. लगातार डायरिया के शिकार होते जा रहे हैं. इसके कारण सदर अस्पताल में डायरिया के मरीजों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ने लगी है. शनिवार को जहां 20 ऐसे मरीज सदर अस्पताल पहुंचे. वहीं पिछले 48 घंटों में 38 मरीज डायरिया से पीड़ित होकर इलाज के लिए यहां आ चुके हैं. जबकि अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड के नाम पर खुले बरामदे पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जिले में तापमान अब 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही गर्म पछुआ हवाओं ने अब लोगों को बीमार करना शुरू कर दिया है. शनिवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पूरे दिन डायरिया पीड़ित के मरीजों की भरमार लगी रही. इमरजेंसी वार्ड में डायरिया के कुल 20 मरीज इलाज के लिए शाम 4 बजे तक पहुंच चुके थे. जबकि इससे पहले शुक्रवार को इमरजेंसी वार्ड में दस्त व डायरिया के कुल 18 मरीज आये थे. वहीं 48 घंटों में सदर अस्पताल में डायरिया के कुल 38 मरीज इलाज के लिए आ चुके हैं.

आइसोलेशन वार्ड के नाम पर खुला बरामदा:

बेतहासा गर्मी के बीच हीट वेव को लेकर अस्पताल प्रबंधन की ओर से हीट वेव वार्ड तो तैयार कर लिया गया है, लेकिन डायरिया पीड़ित मरीजों के लिए अबतक आइसोलेशन वार्ड तैयार नहीं किया गया है. इसके कारण 42 डिग्री तापमान और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही गर्म हवाओं के बीच अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड के नाम पर खुले बरामदे पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जहां न तो मरीजों के लिए कूलर की व्यवस्था है और न ही बरामदे को घेरा गया है. वहीं सुविधाओं के अभाव के कारण डायरिया के मरीज केवल स्लाइन चढ़वाने के बाद बिना बताये घर चले जा रहे हैं. इससे अस्पताल में लामा के मामले बढ़ रहे हैं. पुरुष वार्ड के परिचारिका कक्ष के अनुसार तो 11 मरीज दस्त व डायरिया के भर्ती थे. लेकिन सुविधा के अभाव में बरामदे पर बने आइसोलेशन वार्ड में मात्र तीन मरीज ही इलाजरत नजर आये.

कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक:

सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में कूलर लगाया जा रहा है. इसके साथ ही बरामदे को घेरा भी जा रहा है, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.

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