रिंग बांध के अधिग्रहित भूमि का 28 किसानों को अब तक मुआवजा नहीं
बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल अंचल में पड़ने वाले मुंगेर के लालदरवाजा रिंग बांध की अधिग्रहित भूमि का मुआवजा 28 किसानों को अब तक नहीं मिला है
मुंगेर.
बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल अंचल में पड़ने वाले मुंगेर के लालदरवाजा रिंग बांध की अधिग्रहित भूमि का मुआवजा 28 किसानों को अब तक नहीं मिला है. जिससे किसान परेशान हैं. बताया गया कि बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल अंचल की सैकड़ों एकड़ जमीन मुंगेर के लालदरवाजा मुहल्ले में है. पीड़ित भू-स्वामी सह अधिवक्ता तारकेश्वर प्रसाद यादव, अरूण यादव, मैना यादव ने बताया कि लालदरवाजा मुंगेर के 28 किसान की जमीन मुंगेर रेल सह सड़क पुल के पास रिंग बांध के लिए ली गयी है. पहले तो कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा निर्माण सामग्री रखने के लिए सभी किसानों को किराया उनके बैंक खाते में दिया गया. लेकिन जब स्थाई रूप से उसी जमीन को अधिग्रहण किया गया तो बेगूसराय के तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा उस जमीन को टोपो लैंड बता कर मुआवजा नहीं दिया. जबकि सभी किसानों का अंचल कार्यालय साहेबपुर कमाल से अद्यतन रसीद कटा हुआ था. जमीन गंगा नदी के इस तरफ मुंगेर क्षेत्र में है और रसीद बेगूसराय जिला के साहेबपुर कमाल अंचल में कटता है. जिसके कारण 28 किसानों को आज तक मुआवजा नहीं मिल सका.कोर्ट में केश लंबित रहने के कारण मुआवजा पर लगा ताला
बताया जाता है कि भूमि अधिग्रहण के लिए साहेबपुर कमाल अंचल से गृहस्वामियों को नोटिस भेजा गया था. सीओ व सीआई की रिपोर्ट पर किसी को 40 हजार तो किसी को 50 हजार किराया के रूप में चेक के माध्यम से दिया गया. स्थाई अधिग्रहण के समय बलिया एसडीओ ने भी रिपोर्ट किसानों के पक्ष में किया. लेकिन बेगूसराय के तत्कालीन भू-अर्चन पदाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में इस जमीन को टोपो लैंड बताया. जिसके कारण मुआवजा किसानों को नहीं मिला और किसानों ने निर्माण कार्य भी रोका. कईयों पर 107 की कार्रवाई भी की गयी. बताया जाता है कि किसान जमीन मुआवजा विवादों को सुलझाने के लिए मुंगेर में स्थित विशेष ट्रिब्यूनल में भी गये. लेकिन उनके मामले को इसलिए ट्रिब्यूनल ने रिजेक्ट कर दिया, मामला कोर्ट में लंबित चल रहा है. जब तक कोर्ट में केश लंबित है, तब तक किसानों के मुआवजे पर ब्रेक लग गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
