Motihari: उल्टी-दस्त के साथ तेज वायरल बुखार के चपेट में आकर बीमार हो रहे लोग
मौसम में बदलाव और उमस भरी गर्मी से बच्चों से लेकर बुजुर्ग वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं.
Motihari: मोतिहारी मौसम में बदलाव और उमस भरी गर्मी से बच्चों से लेकर बुजुर्ग वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं. लोग उल्टी-दस्त के साथ ही पेट दर्द और तेज बुखार से भी पीड़ित हो रहे हैं. जिले में प्रतिदिन वायरल बुखार, डायरिया के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. पहले सदर अस्पताल ओपीड़ी में मरीज की संख्या 900 रहती थी. इनदिनों ओपीडी में मरीज की संख्या बढ़कर 1100 तक हो गयी है. सोमवार को ओपीडी में सुबह नौ बजे से बड़ी संख्या में लोग जिला अस्पताल पहुंचे. देखते ही देखते बड़ी संख्या में भीड़ अस्पताल में जुट गई. पंजीकरण काउंटर पर लंबी कतार लगने से लोगों को पर्ची कटाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. जिला अस्पताल के आकड़ों पर गौर करें तो सोमवार को कुल 1130 नए मरीजों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों को ओपीडी में दिखाने के लिए पंजीकरण कराया था. इनमें करीब 515 लोग वायरल बुखार से पीड़ित मिले. विशेषक चिकित्सकों ने मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर अस्पताल से निशुल्क जांच व दवा वितरित कराई. अस्पताल प्रशासन की माने तो वायरल ब़ुखार, खांसी-जुकाम में मरीजों में इजाफा होने से हर दिन करीब 7 हजार पैरासिटामोल गोली की खपत हो रही है.
वायरल फीवर तीन से चार दिन तक लोगों को परेशान कर रहा है. इसमें शरीर का तापमान 104 डिग्री तक पहुंच जा रहा है. तेज बुखार, कफ और जोड़ों में दर्द से लोगों को काफी कमजोरी फील हो रही है. इसमें मरीजों के प्लेटलेट की कम हो जा रहे है. हालांकि चिकित्सकों रिपोर्ट में एक लाख तक प्लेटलेट रहने तक नहीं घबराने की सलाह दी है. कहा कि कई दिनों के बुखार व कमजोरी के कारण प्लेटलेट कम हो रहा है.
प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों की बढ़ी डिमांडवायरल बुखार के सीजन में प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए खाद्य आयटमों की डिमांड बढ़ गयी है. ऐसे में लोग नारियल पानी को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. शहर में रोज 2000 से अधिक नारियल की ब्रिकी है. इसके अलावा कीवी फल भी पसंद आ रहे हैं. नारियल पानी 80 से 100 रुपये में बिक रहा है. वही कीवी 20 से 30 रुपये प्रति पीस के बिक रहा है.
कहते हैं चिकित्सकचिकित्सक ने बदलते मौसम में सभी लोग सावधानी बरतने और दूषित जल व भोजन करने से बचने की सलाह दी है. कहा कि वायरल फीवर में पारासीटामोल और एलर्जी के लिए लिबोसिटरिजीन दवा का चिकित्सक के परामर्श पर अनुसंशित मात्रा में सेवन करने की सलाह दी है. कहा कि वायरल फीवर के चपेट में आने वाले मरीज को ठीक होने में चार से पांच दिन का समय लग सकता है.
डॉ सफी इमाम, फिजीशियन चिकित्सक, सदर अस्पताल मोतिहारीवायरल बुखार के लक्षण
– तेज बुखार (103° से 104° तक फीवर)– गले में खराश.
– मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द.– दस्त.
– थकान– ठंड लगना
– चेहरे की सूजन– भूख में कमी
– सिरदर्द– उल्टी या मतली
– चक्कर आना– आंखों में लाली या जलन
बचाव के उपाय– बार-बार हाथ धोना.
– भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना.– खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढकना.
– स्वस्थ आहार लेना.– पर्याप्त मात्रा में पानी पीना.
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